बांग्लादेश के चटगांव जिले के सीताकुंडा इलाके के दूरस्थ पहाड़ियों में रहने वाले त्रिपुरा समुदाय के 9 बच्चों अज्ञात बीमारियों के कारण मृत्यु हो गई हैं. उनमें से चार लोगों की बुधवार को मृत्यु हो गई. 35 बच्चों को इस बीमारी के चलते चटगांव मेडिकल कॉलेज अस्पताल और बांग्लादेश इंस्टीट्यूट ऑफ ट्रॉपिकल और इन्फेक्शियस डिसीज अस्पताल में भर्ती कराया गया. हालांकि, डॉक्टर अब तक की बीमारी के कारण को बताने में समर्थ नहीं है.
शशि कुमार, एक बच्चा, चटगांव मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इलाज करने आया थी. उसके पिता ने कहा कि उनकी बेटी इस बीमारी में 4-5 दिन पहले से संक्रमित थी. पहले तो उन्होंने इसे सामान्य बीमारी के रूप में लिया. परंतु स्वास्थ्य की गिरावट के चलते, उन्हें बुधवार को अस्पताल में भर्ती कराया गया.
उन्होंने आगे कहा, "मेरी बेटी को सबसे पहले बुखार के लक्षण दिखाई दिए. बाद में, उसके शरीर को दाने, दस्त और पेट में दर्द के साथ हमला किया गया".
बता दें कि बांग्लादेश इंस्टीट्यूट ऑफ ट्रॉपिकल और इन्फेक्शियस डिसीज अस्पताल में 26 लोगों का इलाज किया जा रहा है. इसके अलावा, 9 से अधिक लोगों को चटगांव मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
चटगांव जिला सिविल सर्जन अजीजुल रहमान सिद्दीकी बताया कि अब तक बच्चों की मृत्यु के वास्तविक कारण ज्ञात नहीं है. हमने खून के नमूनों को इकट्ठा किया है. उन्होंने आगे कहा, आईईडीसीआर की एक विशेष टीम क्षेत्र में आ रही है. वे आएंगे और बीमारी को पहचानेंगे.
इसी बीच, विशेषज्ञों ने घटना की जांच के लिए चटगांव से ढाका तक सीताकुंडा के लिए पहले ही शुरू कर दी है. आईईडीसीआर के वरिष्ठ वैज्ञानिक अधिकारी एएसएम आलमगीर ने कहा कि इंस्टीट्यूट ऑफ पैथोलॉजी, रोग नियंत्रण और अनुसंधान (आईईडीसीआर) से चार सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल सीताकुंडा के लिए रवाना हो गया है.
केशवानंद धर दुबे / इंद्रजीत कुंडू / मनोज्ञा लोइवाल