इरफान के कमरे की तस्वीरें शेयर कर बाबिल ने बताया पिता का एक्टिंग मंत्र

बाबिल ने इंस्टाग्राम कैप्शन में लिखा- शहर में शिफ्ट होने से पहले ये मेरे पिता का पुराना कमरा था. यही वो जगह है जहां वे अपना ज्यादातर काम किया करते थे. एक्टिंग की पढ़ाई करने के दौरान, मैं कई बार एक ऐसे आइडिया के बारे में सोचता हूं जिसे मेरे पिता इस्तेमाल किया करते थे.

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इरफान खान और बाबिल सोर्स इंस्टाग्राम इरफान खान और बाबिल सोर्स इंस्टाग्राम

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 06 अगस्त 2020,
  • अपडेटेड 2:44 PM IST

इरफान खान के बेटे बाबिल अक्सर कई मुद्दों पर अपनी राय रखते रहे हैं. उन्होंने कुछ समय पहले सुशांत सिंह राजपूत, मेंटल हेल्थ, बॉलीवुड और नेपोटिज्म कल्चर पर लंबा पोस्ट शेयर किया था. इसके अलावा उन्होंने एक पोस्ट के सहारे ये भी बताया था कि कैसे उन्हें धर्म अलग होने की वजह से अपने दोस्त खोने पड़े हैं और सोशल मीडिया पर अब वे खुलकर अपनी बात भी नहीं रख सकते हैं.

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बाबिल ने कहा था कि भारत धर्मनिरपेक्षता की राह से भटक रहा है. साथ ही उन्होंने कहा था कि उन्हें अपने देश से प्यार है और अगर कोई ट्रोल उन्हें जिहादी बुलाने की हिम्मत करेगा तो वे उनकी नाक तोड़ देंगे. बाबिल ने अपने लेटेस्ट पोस्ट में पिता इरफान के कुछ पुराने कमरों की तस्वीर शेयर की है.

बाबिल ने लिखा, हमेशा जिंदा रखें अपने अंदर के बच्चे को

बाबिल ने अपने इस पोस्ट में लिखा- शहर में शिफ्ट होने से पहले ये मेरे पिता का पुराना कमरा था. यही वो जगह है जहां वे अपना ज्यादातर काम किया करते थे. एक्टिंग की पढ़ाई करने के दौरान, मैं कई बार एक ऐसे आइडिया के बारे में सोचता हूं जिसे मेरे पिता इस्तेमाल किया करते थे. वो कहते थे कि इस क्राफ्ट में किसी बच्चे जैसी इमोशनल समानताएं हैं. जैसे कोई 8-9 साल का छोटा बच्चा नई-नई चीजें महसूस कर रहा होता है. जब अपने घर के भीतर आप क्रिकेट बल्ला थामे रहते हो, आप उस समय किसी स्टेडियम में मच रहे शोर और सामने से आते हुए तेज गेंदबाज के खतरे को महसूस कर सकते हो.

उन्होंने आगे लिखा- जब मेरे हाथ में एक छोटी सी गन होती थी, मैं अपने पिता के खाली कमरे में किसी तरह की कोई आवाज नहीं होती थी लेकिन उस मोमेंट में मैं अपने आपको हॉलीवुड कैरेक्टर जॉन विक समझ रहा होता था जो अपराधियों से गिरा है और ताबड़तोड़ गोलियां चल रही हैं और आप इन्हें सुन सकते हैं. जब मैंने चक दे इंडिया देखी थी तो मैं काल्पनिक डिफेंडर्स के बीच से बॉल निकालते हुए उत्साहित होता था और अक्सर कुछ ना कुछ तोड़ देता था. मुझे लगता है कि एक एक्टर के तौर पर आपको अपने अंदर के बच्चे को जिंदा रखना होता है चाहे आप कितने ही बूढ़े क्यों ना हो जाएं.

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