जम्मू-कश्मीर में एक युवक को सेना की जीप के सामने टांगने का मामला थमता नजर नहीं आ रहा है. इस बीच अटॉर्नी जनरल मुकुल रोहतगी ने सेना के इस कदम को सही ठहराया है. उन्होंने कहा कि हालात पर काबू पाने के लिए सेना ने अच्छा काम किया है.
मुकुल रोहतगी ने सेना की जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा- ऐसा करने वाले सैन्य अधिकारी की आलोचना नहीं होना चाहिए. बल्कि इस कदम के लिए सेना की सराहना की जानी चाहिए. जवान बहुत ही जिम्मेदारी के साथ मोर्चा संभाले हुए हैं. अटॉर्नी जनरल ने ये भी कहा कि सेना के जवान ट्रेनिंग शुदा होते हैं, उनके ऑपरेशन पर सवाल नहीं उठाने चाहिए. रोहतगी ने साथ ही ये भी कहा कि सेना की कार्रवाई की चर्चा सोशल मीडिया पर नहीं होनी चाहिए.
अटॉर्नी जनरल ने साफ तौर पर कहा कि हालात की मांग यही थी और किसी की जान न जाए, यह सुनिश्चित करने का यह एक प्रभावी तरीका था. केंद्र सरकार ने भी उस सैन्य अधिकारी का साथ दिया है जिसने कथित पत्थरबाज को ‘मानव ढाल’ बनाने का फैसला किया. सरकार ने पैरामिलिट्री सैनिकों और जम्मू-कश्मीर के अधिकारियों की सुरक्षा के लिए इस कदम का समर्थन किया है.
बता दें कि कश्मीर के बडगाम जिले में सेना ने एक युवक को जीप के आगे बांधकर घुमाया था. इस मामले के तूल पकड़ने के बाद पुलिस ने सेना के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. वहीं सरकार ने मामले की जांच के आदेश दिए है. पुलिस ने सरकार के निर्देश पर सेना के खिलाफ एफआईआर दर्ज की. जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने सोशल मीडिया पर इस वीडियो को शेयर किया था, जिसमें सेना की जीप के बोनट पर एक युवक को बांधकर ले जाया जा रहा था.
जावेद अख़्तर