दिल्ली में भाजपा की लड़ाई मजबूती से जमी मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (आप) से है.
झारखंड में हाल के चुनाव में भाजपा ने आंतरिक गुटबाजी का अंजाम देखा है और उससे सबक लिया है. विभिन्न गुटों के बीच आपसी खींचतान की आशंका के डर से पार्टी विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित नहीं करना चाहेगी.
70 सीटों वाली विधानसभा के लिए भाजपा अपने चार जाने-माने सांसदों—विजय गोयल, हर्षवर्धन, प्रवेश वर्मा और मनोज तिवारी को 8 फरवरी के चुनावों में उतारेगी जबकि 40 से अधिक सीटों पर नए उम्मीदवारों को उतारने की योजना है.
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