अमृतसर अटैक में पहली गिरफ्तारी, पाक कनेक्शन पर कैप्टन अमरिंदर बोले- मुंहतोड़ जवाब देंगे

अमृतसर में निरंकारी भवन में हुए आतंकी हमले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार युवक पंजाब का स्थानीय निवासी ही है. उसने पाकिस्तान में बैठे आतंकियों की मदद से इस हमले को अंजाम दिया था.

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कैप्टन अमरिंदर सिंह. फोटो- ani कैप्टन अमरिंदर सिंह. फोटो- ani

राहुल विश्वकर्मा / सतेंदर चौहान

  • अमृतसर,
  • 21 नवंबर 2018,
  • अपडेटेड 6:46 PM IST

अमृतसर में निरंकारी भवन में हुए आतंकी हमले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार युवक पंजाब का स्थानीय निवासी ही है. उसने पाकिस्तान में बैठे आतंकियों की मदद से इस हमले को अंजाम दिया था.

इस मामले में पहली गिरफ्तारी के बाद शाम चार बजे पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. उन्होंने बताया कि गिरफ्तार किए गए शख्स का नाम है बिक्रमजीत सिंह. वह  धालीवाल गांव का रहने वाला है. दूसरा आरोपी अवतार सिंह है, जिसे जल्द गिरफ्तार किया जाएगा. अमरिंदर ने कहा कि आतंकी अब कश्मीर से पंजाब की ओर रुख कर रहे हैं. हम इसे रोकेंगे.

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अमरिंदर सिंह ने चंडीगढ़ में पंजाब पुलिस के डीजीपी सुरेश अरोड़ा के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा कि अमृतसर के राजसांसी में 18 नवंबर को निरंकारी भवन में जो हेंड ग्रेनेड फेंका गया था वो पाकिस्तान का बना हुआ था. इस घटना में तीन लोगों की मौत हो गई थी. पंजाब सीएम ने धार्मिक स्थल पर हुए ग्रेनेड हमले को 72 घंटे के अंदर सुलझा लेने का दावा किया और इसे एक साम्प्रदायिक घटना होने से साफ इनकार करते हुए कहा कि ये एक आतंकवादी घटना है और इसका सीधा संबंध पाकिस्तान से है.

अमरिंदर सिंह ने कहा कि अमृतसर ब्लास्ट में एक युवक की गिरफ्तारी हुई है, जबकि एक की पहचान कर ली गई है. अमरिंदर ने कहा कि मुझे इस बात का ऐलान करते हुए खुशी हो रही है कि इस घटना में शामिल एक आरोपी शख्स को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पकड़े गए शख्स का नाम बिक्रमजीत सिंह (26) है, जबकि दूसरे शख्स की भी जल्द गिरफ्तारी की जाएगी.  उसका नाम अवतार सिंह है. 

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अमरिंदर सिंह ने कहा कि अमृतसर विस्फोट का मास्टर माइंड आईएसआई से जुड़ा और पाकिस्तान में छिपकर बैठा खालिस्तानी आतंकी हरमीत सिंह हैप्पी उर्फ पीएचडी है. उन्होंने कहा कि इस तरह के ग्रेनेड हमलों का इस्तेमाल कश्मीर में सुरक्षाबलों के खिलाफ किया जाता रहा है. ये ग्रेनेड पाकिस्तान के कारखाने का बना हुआ है.

अमरिंदर ने कहा कि ये कोई सांप्रदायिक मामला नहीं है. ये पूरी तरह आतंकवाद का हमला है.  सत्संग कर रहे लोगों को निशाना बनाया गया क्योंकि उन्हें आसानी से निशाना बनाया जा सकता था. इससे पहले, अन्य संगठनों पर भी हमले की हमें सूचना मिली थी और एहतियाती कदम उठाकर और उसे रोक दिया गया था. पंजाब के मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब में पिछले कुछ दिनों में पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई काफी सक्रिय रही है. अमरिंदर सिंह ने इसमें पाकिस्तान का हाथ होने की बात स्वीकार करते हुए कहा कि पाक में बने ग्रेनेड का इस विस्फोट में इस्तेमाल किया गया.

कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ये भी साफ किया कि दोनों लड़कों को कोई ट्रेनिंग नहीं दी गई थी. सिर्फ हैंड ग्रेनेड को ऑपरेट करने के बारे में बेसिक जानकारी समझाई गई थी. इसके बाद इन दोनों ने इतना बड़ा हैंड ग्रेनेड हमला कर दिया. इन दोनों का कोई भी अपराधिक रिकॉर्ड नहीं है.  इसी वजह से इन्हें पकड़ने में 72 घंटे से ज्यादा का वक्त लग गया. ये दोनों ही युवक अमृतसर के राजासांसी के दो अलग-अलग गांव के रहने वाले हैं और इन्हें निरंकारी स्थल के बारे में और हमले के बाद गांवों के अंदर से होकर भाग निकलने के बारे में भी पुख्ता जानकारी थी.

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हैंडग्रेनेड हमले के पीछे खालिस्तानी आतंकी हरमीत सिंह हैप्पी उर्फ पीएचडी की साजिश का खुलासा हुआ है. पाकिस्तान में छिपकर बैठे हरमीत सिंह हैप्पी उर्फ पीएचडी ने लोकल लड़कों की मदद से ये ग्रेनेड अटैक करवाया था.

आजतक ने पहले ही किया था खुलासा

पंजाब पुलिस ने एक लोकल युवक को हिरासत में लिया है, जिसने निरंकारी समागम स्थल पर हैंड ग्रेनेड फेकने की बात कबूली है. हैंड ग्रेनेड अटैक के लिए पैसा और ग्रेनेड पाकिस्तान में बैठे खालिस्तानी आतंकी हरमीत सिंह उर्फ पीएचडी ने मुहैया करवाया था.

पटियाला से कुछ दिन पहले पकड़े गए खालिस्तान गदर फोर्स के आतंकी शबनम दीप सिंह ने इसके लिए स्लीपर सेल के माध्यम से इन दो लड़कों को बरगला कर अपने साथ जोड़ा था. शबनम दीप सिंह ने गरीब लड़कों को खालिस्तान के नाम पर बरगला कर उनको चंद हजार रुपए देकर हैंड ग्रेनेड फेंकने के लिए तैयार किया था. उन्हें ट्रेनिंग भी दी गई थी.

 

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