छत्तीसगढ़ के एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने बस्तर जिले में कार्रवाई करते हुए कथित रूप से रिश्वत की मांग कर रहे भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की है.
एंटी करप्शन ब्यूरो के पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह ने बताया कि एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने बुधवार को बस्तर जिले के भानुप्रतापपुर क्षेत्र के अनुविभागीय राजस्व अधिकारी रणवीर शर्मा के खिलाफ कार्रवाई कर उनके सहयोगी के पास से 10 हजार रूपए बरामद किया है. शर्मा वर्ष 2012 के आईएएस अधिकारी हैं.
सिंह ने बताया कि भानुप्रतापपुर के पटवारी सुधीर लकरा ने एन्टी करप्शन ब्यूरो की जगदलपुर यूनिट में शिकायत में आरोप लगाया था कि दैनिक समाचार पत्रों में छपी उसके खिलाफ एक खबर पर कार्रवाई करने का भय दिखाकर शर्मा ने उससे 40 हजार रूपये की मांग की थी. शर्मा ने कथित रूप से लकरा को धमकाया था कि यदि वह मांग पूरी नहीं करेगा, तब उसके खिलाफ जांच करके कार्यवाही की जायेगी और उसका स्थानातंरण सुकमा हो जायेगा.
पटवारी ने जब पैसे कम करने की बात कही तब शर्मा ने उसे अपने भृत्य गणेशराम सोरी के पास पैसे छोड़ने के लिए कहा. पटवारी ने इस महीने की एक तारीख को रिश्वत की पहली किस्त 20 हजार रूपए एसडीएम के कक्ष में छोड़ दिया था. एसीबी के अधिकारी ने बताया कि जब शर्मा ने लकरा से और पैसा मांगा तब उसने एसीबी से शिकायत की और आज जब लकरा एसडीएम शर्मा के पास पैसे लेकर गया तब शर्मा ने पैसा बाहर बैठे चपरासी को देने के लिए कहा.
बेतहाशा मांग से था परेशान
सिंह ने बताया कि जैसे की भृत्य सोरी ने रिश्वत के 10 हजार रूपए लिया एसीबी ने उसे पकड़ लिया. पंचनामा कार्यवाही के दौरान एसडीएम शर्मा के भृत्य गणेशराम सोरी ने कबूला कि एसडीएम शर्मा के कहने पर दस हजार रूपये लिया है, उनके कहने पर ही कुछ दिन पहले 20 हजार रूपये पटवारी से लिये थे. सिंह ने बताया एसीबी ने एसडीएम के खिलाफ भ्रष्ट्राचार निवारण अधिनियम के विभिन्न धाराओं के तहत कार्रवाई की है।
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