कोर्ट परिसर में लगाई गई वायु प्रदूषण मापने की मशीन

दिल्ली में प्रदूषण पर सुप्रीम कोर्ट की चिंता जताने का बाद, कोर्ट परिसर में वायु प्रदूषण मापने का उपकरण लगाया गया है. गुरुवार को हाई कोर्ट ने राजधानी दिल्ली की तुलना गैस चैंबर से की थी.

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सुप्रीम कोर्ट सुप्रीम कोर्ट

सबा नाज़

  • नई दिल्ली,
  • 04 दिसंबर 2015,
  • अपडेटेड 3:08 PM IST

दिल्ली में प्रदूषण पर सुप्रीम कोर्ट की चिंता जताने का बाद, कोर्ट परिसर में वायु प्रदूषण मापने का उपकरण लगाया गया है. गुरुवार को हाई कोर्ट ने राजधानी दिल्ली की तुलना गैस चैंबर से की थी.

अक्टूबर में सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट में चीफ जस्टिस ने कहा था कि प्रदूषण इतना बढ़ गया है कि उनके पोते को भी मास्क लगाकर चलना पड़ता है. हाईकोर्ट ने भी दिल्ली के प्रदूषण पर चिंता जताते हुए कहा है कि दिल्ली में रहना गैस चेंबर में रहने जैसा है. कोर्ट ने केंद्र और राज्य सरकार की कार्य योजनाओं को भी नाकाफी बताया और कहा कि इसमें प्राधिकरणों की जिम्मेदारी तय नहीं है. ना काम करने के लिए उन्हें कोई समय सीमा दी गई है. दिल्ली हाईकोर्ट 21 दिसंबर को मामले की अगली सुनवाई करेगी.

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अदालत ने कहा कि दिल्ली में वायु प्रदूषण के दो प्रमुख कारण धूलकण और वाहनों से निकलने वाला धुआं है. अदालत ने केंद्र और दिल्ली सरकार को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि पहले कम से कम धूल सुनिश्चित किए बगैर किसी इमारत या सड़क का निर्माण नहीं हो.

 

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