व्यापम केस: परीक्षा सामग्री खत्म होने से CBI को जांच में हो सकती है दिक्कत

मध्य प्रदेश के व्यापम घोटाले की जांच कर रही सीबीआई के लिए सबसे बड़ी चुनौती परीक्षा सामग्री का उपलब्ध नहीं होना बन सकती है. व्यापम कई ऐसी परीक्षाओं की सामग्री को 'रद्दी' बताते हुए खत्म कर चुका है, जो परीक्षाएं संदिग्ध रही हैं.

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aajtak.in

  • भोपाल,
  • 24 जुलाई 2015,
  • अपडेटेड 2:52 PM IST

मध्य प्रदेश के व्यापम घोटाले की जांच कर रही सीबीआई के लिए सबसे बड़ी चुनौती परीक्षा सामग्री का उपलब्ध नहीं होना बन सकती है. व्यापम कई ऐसी परीक्षाओं की सामग्री को 'रद्दी' बताते हुए खत्म कर चुका है, जो परीक्षाएं संदिग्ध रही हैं.

व्यापमं के पास साल 2008 से पहले की किसी परीक्षा की सामग्री नहीं है. व्यापम मामले में सीबीआई 13 प्राथमिकी दर्ज कर चुकी है.

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सामग्री न होने से हो सकती है मुश्किल
सामाजिक कार्यकर्ता अमूल्य निधि का कहना है कि परीक्षाओं की सामग्री का न होना आने वाले समय में सीबीआई के लिए सबसे बड़ी चुनौती है. व्यापम घोटाले को लेकर हाई कोर्ट में अपील करने वाले अभय चोपड़ा को मिले दस्तावेजों का हवाला देते हुए उन्होंने बताया कि व्यापम के पास साल 2008 से पहले की परीक्षा सामग्री, प्रश्नपत्र और आंसरशीट नहीं हैं.

'6 महीने बाद नहीं रखते हैं सामग्री'
व्यापमं के अध्यक्ष एम.एम. उपाध्याय ने कहा, 'परीक्षा प्रक्रिया पूरी होने के छह महीने बाद परीक्षा सामग्री को नहीं रखा जाता है. हां, अगर कोई मामला कोर्ट में हो तो जरूर सामग्री को संभालकर रखा जाता है. व्यापम मामले का खुलासा जुलाई, 2013 में हुआ था. बीते सालों ममें 2009, 2010 में हुई परीक्षाओं में गड़बड़ियों के मामले भी सामने आए हैं.

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सीबीआई ने जो प्राथमिकी दर्ज की है, उसमें भी वर्ष 2010 और 2011 के मामले हैं . अब सवाल यह है कि अगर सीबीआई ने व्यापम अध्यक्ष के बयान को देखते हुए परीक्षा सामग्री देखनी चाही तो उसे सामग्री कैसे मिलेगी.

व्यापम मामले में अब तक की जांच
सुप्रीम कोर्ट ने 9 जुलाई को व्यापम की जांच सीबीआई को दी थी. सीबीआई ने अब तक कुल 13 प्राथमिकी दर्ज कर की हैं. वहीं इस घोटाले से जुड़ी 17 मौतों को जांच के दायरे में लिया है, जिसमें टीवी पत्रकार अक्षय सिंह की मौत भी शामिल है.

सूत्रों के मुताबिक, सीबीआई से पहले छानबीन कर रहे एसटीएफ ने व्यापम घोटाले में कुल 55 मामले दर्ज किए थे. 21 सौ आरोपियों की गिरफ्तारी की जा चुकी है, वहीं 491 आरोपी अब भी फरार हैं. एसटीएफ इस मामले के 12 सौ आरोपियों के चालान भी पेश कर चुका है.

- इनपुट IANS

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