गुजरातः काले धन का शक, नोटबंदी के बाद सहकारी बैंक में जमा हुए 871 करोड़ रुपये

गुजरात के राजकोट जिले के सहकारी बैंक में अब तक के सबसे बड़े काले धन के ट्रांजैक्शन का मामला सामने आया है. आयकर विभाग की जांच में खुलासा हुआ है कि 8 नवंबर यानी नोटबंदी के एलान के बाद सहकारी बैंक में 4500 अकाउंट्स खोले गए. इतना ही नहीं, इन सभी अकाउंट्स में 871 करोड़ रुपये जमा किए गए हैं.

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सांकेतिक तस्वीर सांकेतिक तस्वीर

शिवेंद्र श्रीवास्तव

  • राजकोट,
  • 09 जनवरी 2017,
  • अपडेटेड 10:55 AM IST

गुजरात के राजकोट जिले के सहकारी बैंक में अब तक के सबसे बड़े काले धन के ट्रांजैक्शन का मामला सामने आया है. आयकर विभाग की जांच में खुलासा हुआ है कि 8 नवंबर यानी नोटबंदी के एलान के बाद सहकारी बैंक में 4500 अकाउंट्स खोले गए. इतना ही नहीं, इन सभी अकाउंट्स में 871 करोड़ रुपये जमा किए गए हैं.

सभी अकाउंट्स में 500 और 1000 के पुराने नोट जमा किए गए हैं. वहीं एक ही मोबाइल नंबर से 5 दर्जन से ज्यादा अकाउंट्स खोले जाने की बात भी सामने आई है. आयकर विभाग की जांच में खुलासा हुआ है कि एक हफ्ते में तकरीबन दो दर्जन नामों से हजारों अकाउंट्स खोले गए. इन अकाउंट होल्डर्स में बैंक के कुछ बड़े अधिकारी भी शामिल हैं.

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इन अकाउंट्स में पैसा जमाने कराने वालों ने ज़्यादातर डिपॉजिट स्लिप्स पर सिग्नेचर और पैन नंबर भी नहीं लिखा है. लिहाजा आयकर विभाग को शक है कि कथित सभी अकाउंट्स फर्जी हो सकते हैं. आयकर विभाग मामले की जांच करते हुए संदिग्ध अकाउंट्स होल्डर्स की तलाश में जुटा है. वहीं विभाग की एक टीम बैंक कर्मचारियों समेत कई खाताधारकों से पूछताछ कर रही है. आयकर विभाग ने बैंक से सभी संदिग्ध खाताधारकों की केवाईसी डिटेल भी मांगी है.

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