ये है दुनिया की सबसे छोटे कद की महिला बॉडी बिल्‍डर!

एक कहावत है जहां चाह वहां राह. यानी कि अगर कोई कुछ ठान ले तो उसे मंजिल मिल ही जाती है, फिर चाहे रास्‍ते में कितनी ही मुसीबतें ही क्‍यों न आएं. तभी तो अमेरिका की रहने वाली अमांडा लॉय ने अपने छोटे कद को ही अपना हौसला बना लिया.

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अपनी ट्रॉफी के साथ अमांडा लॉय अपनी ट्रॉफी के साथ अमांडा लॉय

aajtak.in

  • एरिजोना,
  • 25 मार्च 2014,
  • अपडेटेड 6:00 PM IST

एक कहावत है जहां चाह वहां राह. यानी कि अगर कोई कुछ ठान ले तो उसे मंजिल मिल ही जाती है, फिर चाहे रास्‍ते में कितनी ही मुसीबतें ही क्‍यों न आएं. तभी तो अमेरिका की रहने वाली अमांडा लॉय ने अपने छोटे कद को ही अपना हौसला बना लिया.

चार फुट की अमांडा लॉय ने पिछले हफ्ते पहली बार बॉडी बिल्‍डिंग प्रतियोगिता में हिस्‍सा लिया और जब उन्‍होंने ट्रॉफी थामी तो पूरा हॉल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा.

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अमांडा की लंबाई चार फुट और वजन 32 किलो है. वह जन्‍म से ही हाइपोकोन्‍ड्रोप्‍लासिया की शिकार हैं. यह एक तरह का बौनापन है, जिसका मतलब है कि उनकी शारीरिक कद-काठी हमेशा बौने व्‍यक्ति जैसी रहेगी.

अपनी हालत के बारे में बताते हुए अमांडा कहती हैं, 'यह कुछ ऐसा है जैसे एक औसत शरीर छोटे पैकेट में सिमट गया हो'.

कई महीनों की कड़ी ट्रोनिंग के बाद अमांडा ने पिछले हफ्ते एरिजोना के मेसा में आयोजित नैचुरल वेस्‍टर्न यूएसए फिगर कॉम्पिटिशन में हिस्‍सा लिया. बिकनी और हील्‍स पहने हुए अमांडा भी बाकी प्रतियोगियों जैसी ही दिख रही थीं, सिवाए अपने कद के. उन्‍हें चियर करने के लिए उनका पूरा परिवार, दोस्‍त और कोच गॉर्डन बीचर मौजूद थे.



बीचर के मुताबिक, 'इसमें कोई शक नहीं कि अमांडा प्रशंसकों की पसंदीदा प्रतियोगी थी. जब वह स्‍टेज पर आईं तो ऑडिटोरियम में मौजूद लोगों ने जमकर उनकी सराहना की'.

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अपने छोटे कद के बावजूद अमांडा ने जजों को खासा प्रभावित किया. उनके वर्ग में कुल नौ प्रतियोगी थीं. वह चौथे नंबर पर आईं और अपने घर चमचमाती हुई ट्रॉफी ले गईं.

नर्सिंग की पढ़ाई कर रही 22 साल की अमांडा का मानना है कि वह शायद दुनिया की पहली छोटे कद की महिला हैं जिसने बॉडी बिल्डिंग प्रतियोगिता में भाग लिया हो. उनके मुताबिक, 'जहां तक मेरी और गूगल की जानकारी है मैं इकलौती छोटे कद की महिला हूं जिसने इस तरह के शो में हिस्‍सा लिया है'.

अब अमांडा को उम्‍मीद है कि वह अपने इस पैशन को प्रोफेशन में बदल पाएंगी. उनके कोच बीचर ऐसे स्‍पॉन्‍सर्स यानी कि प्रायोजक ढूंढ रहे हैं जो बॉडी बिल्डिंग में अमांडा की मदद कर सकें.

आपको बता दें कि दो साल पहले अमांडा ने बॉडी बिल्डिंग के बारे में सोचा और 6 महीने पहले उन्‍होंने डायट और ट्रेनिंग की ओर ध्‍यान देना शुरू किया. वह एक हफ्ते में 6 बार जिम जाने लगीं. अब उनका अगला कॉम्पिटिशन मई में होगा.

अमांडा को उम्‍मीद है कि उनकी सफलता से अन्‍य लोग भी प्रभावित होंगे. उनके मुताबिक, 'इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप कौन हैं और कैसे दिखते हैं. अगर आप फिट रहना चाहते हैं तो सिर्फ डेडिकेशन चाहिए'.

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