अमित शाह के वार पर कांग्रेस का पलटवार, पूछा- सरकार में सिर्फ दो लोगों की ही क्यों चलती है?

अमित शाह के वार पर पलटवार करते हुए कांग्रेस ने बीजेपी को खुद से सवाल पूछने की नसीहत दी है. रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि यह सरकार सिर्फ 2 लोगों की क्यों कही जाती है और बाकी लोगों को क्यों दरकिनार कर दिया गया.

Advertisement
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 25 जून 2020,
  • अपडेटेड 12:31 PM IST

  • अमित शाह ने कांग्रेस को दी थी अपने सवाल पूछने की नसीहत
  • कांग्रेस ने किया पलटवार, कहा- खुद से ही सवाल पूछे बीजेपी

आपातकाल के ऐलान की 45वीं बरसी पर गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस पर हमला बोला. अमित शाह के वार पर पलटवार करते हुए कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को खुद से सवाल पूछने की नसीहत दी है. कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि सरकार सिर्फ दो लोगों की क्यों चलती है और बाकी लोगों को क्यों दरकिनार कर दिया गया.

Advertisement

रणदीप सुरजेवाला ने गुरुवार को अपने ट्वीट में लिखा, 'देश की सत्तारूढ़ पार्टी होने के नाते बीजेपी को अपने आप से कुछ सवाल पूछने चाहिए. बहुमत के साथ सत्ता में बैठी सरकार में सिर्फ दो लोगों की ही क्यों चलती है और बाकी लोगों को क्यों दरकिनार कर दिया गया. क्या हॉर्स ट्रेडिंग, संस्थानों पर कब्जा और बड़े पैमाने पर चूक ही आपके विरासत है.'

अमित शाह बोले- कांग्रेस में घुटन महसूस कर रहे नेता, CWC में दबा दी गई सबकी आवाज

गृह मंत्री अमित शाह के ट्वीट पर रणदीप सुरजेवाला ने कहा, 'नेहरू-गांधी के प्रति आपकी घृणा क्यों है? सवाल उनसे भी होना चाहिए, जिन्होंने अपने गुरू और साथी को जबरन रिटायर और अपमानित करके पदों पर कब्जा कर लिया. एलके आडवाणी, एमएम जोशी, केशुभाई पटेल, कलराज मिश्र, सुषमा स्वराज, हरेन पंड्या, संजय जोशी... लिस्ट बहुत लंबी है.'

Advertisement

क्या कहा था अमित शाह ने

गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार की सुबह कई ट्वीट के माध्यम से कांग्रेस पर आरोप लगाया कि 45 साल पहले एक पार्टी ने सत्ता की लालसा के लिए देश पर आपातकाल थोप दिया, रातों-रात पूरे देश को एक जेल में परिवर्तित कर दिया गया. प्रेस, अदालत और बोलने की आजादी खत्म कर दी गयी. गरीबों पर अत्याचार किया गया.

संजय गांधी: कांग्रेस में इंदिरा का विकल्प और राजनीति में उनकी विरासत

अमित शाह ने कहा कि लाखों लोगों की जद्दोजहद की वजह से आपातकाल तो खत्म हो गया, लेकिन कांग्रेस पार्टी में यह मानसिकता अभी भी कायम है. एक परिवार की इच्छा पूरी पार्टी पर भारी पड़ती है. सीडब्लूसी बैठक में एक वरिष्ठ नेता को बोलने से रोका गया, उन्हें डांट कर चुप करा दिया गया. साथ ही कांग्रेस के एक प्रवक्ता को जबरन पद से हटा दिया गया.

इमरजेंसी के 45 साल: कहां हैं आपातकाल के नायक

अमित शाह ने कांग्रेस से विपक्षी पार्टी होने के नाते पूछा कि क्यों अब तक आपातकाल वाली मानसिकता है, ऐसा क्यों है कि जो लोग राजवंश से संबद्ध नहीं हैं, उनको पार्टी में बोलने नहीं दिया जाता है? क्यों कांग्रेस के नेता पार्टी में कुंठित हो रहे हैं? और क्यों कांग्रेस पार्टी आम आदमी से दूर होती जा रही है?

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement