गणतंत्र दिवस से पहले दिल्ली में सुरक्षा बेहद कड़ी है. 20 हज़ार जवान दिल्ली को आतंकी खतरे से बचाने के लिए लगाए गए हैं. इनमें आर्मी, सीआईएसएफ, सीआरपीएफ, कमांडो, SWAT टीम हैं. साथ ही महत्वपूर्ण और ऊंची इमारतों पर स्नाइपर तैनात किए गए हैं. भीड़-भाड़ वाले बाज़ारो में भी चप्पे-चप्पे पर पुलिस और पैरा मिलिट्री फ़ोर्स तैनात किए गए हैं.
आजतक की टीम ने जब लाजपत नगर मार्केट का रियलिटी चेक किया तो पाया कि मार्केट में घुसने से लेकर हर जगह पर पुलिस की चौकस निगाहें हैं. जगह-जगह पर मचान बनाया गया है, जहां पर कमांडो पहरा दे रहे हैं. मेटल डिटेक्टर की सहायता से मार्केट में आने वाले सभी लोगों की तलाशी ली जा रही है. इसके अलावा सीसीटीवी कैमरों से भी नजर रखी जा रही है.
दिल्ली के दिल कनाट प्लेस में तो सुरक्षा और भी कड़ी नजर आई. यहां भी पुलिस और पैरा मिलिट्री फोर्स चप्पे-चप्पे पर तैनात है. इसके अलावा दिल्ली पुलिस ने बस स्टेशन, रेलवे स्टेशन, मेट्रो की भी सुरक्षा बढ़ाई है. इंडिया गेट पर परेड की वजह से इस पूरे इलाके को बहुत पहले ही अभेद्य किले में तब्दील कर दिया गया है.
बता दें कि गणतंत्र दिवस से ठीक पहले सुरक्षा एजेंसियों के हाथ एक बेहद अहम और बड़ी कामयाबी लगी है. सुरक्षा एजेंसियों ने एक ऐसे आतंकी को पकड़ा है जी इस बार गणतंत्र दिवस के मौके पर राजधानी को दहलाने की बड़ी साजिश रच रहा था.
दिल्ली पुलिस ने आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के कार्यकर्ता अब्दुल लतीफ उर्फ गनी उर्फ उमेर उर्फ दिलाबर को दिल्ली के राजघाट से IED ग्रेनेड, एक पिस्टल और 26 कारतुस के साथ गिरफ्तार किया था. दरअसल 20 और 21 जनवरी को जम्मू कश्मीर SOG और स्पेशल सेल को एक इनपुट मिला था जिसके बाद दिल्ली से लतीफ को गिरफ्तार किया गया.
लतीफ की निशानदेही पर जम्मू के बांदीपोरा से हिलाल की गिरफ्तारी की गई थी. ये आतंकी लाजपत नगर, जामा मस्जिद और राजपथ जैसे इलाकों पर हमले की साजिश रच रहे थे.
पुनीत शर्मा