पेशावर के आर्मी स्कूल में हमले के बाद से पाकिस्तान में 182 मदरसों को सील कर दिया गया है. इन मदरसों पर आतंकवाद को बढ़ावा देने का आरोप है. सोमवार को सामने आई मीडिया रिपोर्ट में इसका खुलासा किया गया है.
न्यूज एजेंसी एसोसिएशन प्रेस ऑफ पाकिस्तान(एपीपी) की खबर के मुताबिक पंजाब, सिंध और खैबर पख्तूनख्वा में इन मदरसों को बंद किया गया है क्योंकि ये कथित तौर पर आतंकवाद को बढ़ावा दे रहे थे और अन्य संदिग्ध गतिविधियों में लिप्त थे.
नेशनल एक्शन प्लान के तहत कार्रवाई
दिसंबर 2014 में कुछ आतंकवादियों ने पेशावर स्थित आर्मी स्कूल पर हमला कर दिया था. इस हमले में 150 लोग मारे गए थे , जिनमें
ज्यादातर संख्या बच्चों की थी. उसके बाद नेशनल एक्शन प्लान बनाया गया और उसके तहत कार्रवाई करते हुए इन मदरसों को सील करने का काम शुरू हुआ.
बैंक अकाउंट सील
आतंकवाद को आर्थिक मदद रोकने की रणनीति के तहत स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान(SBP) ने अब तक 126 अकाउंट से 1 बिलियन(करीब 100
करोड़ रुपये) जब्त किए हैं. ये बैंक अकाउंट बैन किए जा चुके आतंकवादी संगठनों से जुड़े हुए थे.
251 मिलियन कैश बरामद
कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने भी करीब 251 मिलियन कैश बरामद किया है. सरकार ने 1,026 केस दर्ज किए हैं और 230 संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया है. पाकिस्तान में 64 संगठनों पर बैन था जबकि UN ने 74 को गैर-कानूनी करार दिया है.
जांच के घेरे में संगठन
कई संगठन भी जांच के घेरे में हैं. जांच एजेंसियों इन संगठनों की हरकतों पर लगातार नजर बनाए हुए हैं. करीब 73 दुकानों से 1500 किताबें और अन्य सामग्रियां जब्त की गई हैं, जो नफरत भरी बातों से भरी हुई थी. कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने नफरत भरे भाषणों को लेकर 2,337 केस दर्ज किए हैं और करीब 2,195 लोगों को गिरफ्तार किया है.
मोनिका शर्मा