42 साल तक कोमा में रहीं अरुणा शानबाग की दर्द भरी कहानी, रो देंगे आप

मुंबई के केईएम हॉस्पिटल में भर्ती अरुणा शानबाग का सोमवार की सुबह निधन हो गया. अरुणा पिछले 42 साल से हॉस्पिटल में कोमा में थीं. 1973 में हॉस्पिटल के ही एक वार्ड ब्वॉय ने उनके साथ रेप किया था. आइए जानते हैं उनकी दर्द भरी कहानी

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10 facts about rape and death of Aruna Shanbaug 10 facts about rape and death of Aruna Shanbaug

aajtak.in

  • मुंबई,
  • 18 मई 2015,
  • अपडेटेड 6:29 PM IST

1. 27 नवंबर 1973 को केईएम हॉस्पिटल के वार्ड ब्वॉय सोहनलाल वाल्मिकी ने वहीं की जूनियर नर्स अरुणा शानबाग के साथ दुराचार किया था.

2. अरुणा की आवाज को दबाने के लिए वाल्मिकी ने कुत्ते के गले में बांधी जाने वाली चेन से उसका गला जोर से लपेट दिया था.

3. गला के काफी देर तक दबे रहने के कारण अरुणा के दिमाग में ब्लड सर्कुलेशन और ऑक्सीजन की कमी हो गई थी.

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4. पुलिस ने डकैती और हत्या के प्रयास की धारा के तहत केस दर्ज किया था.

5. केईएम हॉस्पिटल के तब के डीन डॉ. देशपांडे ने भी मेडिकल रिपोर्ट में अरुणा के साथ हुए अप्राकृतिक संबंध की बात को दबा दी थी. ऐसा शायद इसलिए किया गया था क्योंकि कुछ ही दिनों में अरुणा की शादी होने वाली थी .

6. सोहनलाल वाल्मिकी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया . उसे कोर्ट से डकैती और मारपीट के लिए दो लगातार सात साल की कैद की सजा मिली. उस पर न तो रेप, न ही अप्राकृतिक संबंध और ही दुराचार की धारा के तहत केस चला.

7. 1980 में बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) ने अस्पताल में सात सालों से एक बेड पर पड़ी अरुणा को निकालने के लिए दो प्रयास किए. नर्सों के विरोध के बाद बीएमसी को अपना इरादा बदलना पड़ा.

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8. अरुणा की दोस्त पिंकी बिरमानी की ओर से यूथेनेशिया (इच्छा मृत्यु) के लिए दायर याचिका पर 24 जनवरी 2011 को सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाया था.

9. सुप्रीम कोर्ट ने अरुणा की इच्छा मृत्यु की याचिका स्वीकारते हुए मेडिकल पैनल गठित करने का आदेश दिया था. हालांकि 7 मार्च 2011 को कोर्ट ने अपना फैसला बदल दिया था.

10. जिस हॉस्पिटल में काम करती थीं, जहां उनके साथ दुराचार हुआ, वहीं उन्होंने 18 मई 2015 को अंतिम सांस ली.

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