भारत के स्टार जैवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा शनिवार को टोक्यो ओलंपिक में फाइनल मुकाबला खेलने उतरेंगे. क्वालिफिकेशन राउंड में पहले ही प्रयास में 86.65 मीटर दूर भाला फेंकने वाले नीरज की नजर गोल्ड मेडल जीतने पर होगी.
नीरज ग्रुप-ए में टॉप पर थे. 23 वर्षीय ये जैवलिन थ्रोअर अगर शनिवार को पोडियम फिनिश करता है तो हैरानी नहीं होगी. हालांकि फाइनल मुकाबले में नीरज के सामने दुनिया के दिग्गज जैवलिन थ्रोअर होंगे. उन्हें हराना नीरज के लिए बड़ी चुनौती होगी.
इस युवा जैवलिन थ्रोअर के सामने जर्मनी के जोहानेस वेटर, चेक रिपब्लिक के Jakub Vadlejch, पाकिस्तान के अरशद नदीम, चेक रिपब्लिक के ही विटदेस्लाव वेसेली और जर्मनी के जूलियन वेबर होंगे.
जोहानेस वेटर
जोहानेस वेटर गोल्ड मेडल जीतने के प्रबल दावेदार हैं. जैवलिन थ्रो के इतिहास में दूसरा सबसे लंबा थ्रो इन्हीं के नाम है. 28 साल के वेटर को निरंतरता के साथ 90 मीटर दूर भाला फेंकने के लिए जाना जाता है.
उन्होंने 2017 विश्व चैम्पियनशिप में स्वर्ण और यूरोपीय थ्रोइंग कप में स्वर्ण पदक जीता था. उन्हें 2019 विश्व चैम्पियनशिप में कांस्य से ही संतोष करना पड़ा था. वेटर 97.76 मीटर दूर भाला फेंक चुके हैं. ये उनका सर्वश्रेष्ठ थ्रो रहा है.
वह पिछले साल विश्व रिकॉर्ड कायम करने से 72 सेंटीमीटर से चूक गए थे. भाला को सबसे अधिक दूर फेंकने के मामले में वेटर चेक रिपब्लिक के दिग्गज जान जेलेजनी (98.48 मीटर) के बाद दूसरे स्थान पर हैं.
Jakub Vadlejch
Jakub Vadlejch टोक्यो ओलंपिक के क्वालिफिकेशन राउंड में ग्रुप-बी में दूसरे स्थान पर थे. उन्होंने 84.93 मीटर दूर भाला फेंका था. Vadlejch का अब तक का सर्वश्रेष्ठ थ्रो 89.73 मीटर का रहा है, जो उन्होंने 2017 विश्व चैम्पियनशिप के दौरान फेंका था. इस थ्रो के साथ उन्होंने सिल्वर मेडल जीता था.
अरशद नदीम
पाकिस्तान के अरशद नदीम भी पदक के दावेदार हैं. उन्होंने क्वालिफिकेशन राउंड में 85.16 मीटर का थ्रो किया था. उनका सर्वश्रेष्ठ थ्रो 86.38 मीटर का है.
24 साल के अरशद ने 2019 दक्षिण एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीता था. नदीम पहले पाकिस्तानी एथलीट हैं, जिन्होंने ओलंपिक में किसी भी ट्रैक और फील्ड इवेंट के फाइनल के लिए क्वालिफाई किया है. अरशद नदीम ने 2016 में भारत में आयोजित दक्षिण एशियाई खेलों में कांस्य पदक जीता था.
विटदेस्लाव वेसेली
विटदेस्लाव वेसेली टॉप जैवलिन थ्रोअर में से एक हैं. वह क्वालिफिकेशन राउंड में ग्रुप-ए में पांचवें स्थान पर रहे थे. उन्होंने 83.04 मीटर का थ्रो किया था.
38 वर्षीय ये दिग्गज विश्व चैम्पियनशिप और यूरोपीय चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीत चुका है. वेसेली का ये आखिरी ओलंपिक हो सकता है.
जूलियन वेबर
जर्मनी के जूलियन वेबर भी शनिवार को फाइनल के दौरान मेडल के दावेदार होंगे. उन्होंने क्वालिफिकेशन राउंड में 84.41 मीटर का थ्रो किया था और ग्रुप बी में तीसरा स्थान हासिल किया था. 26 वर्षीय वेबर का सर्वश्रेष्ठ थ्रो 88.29 मीटर का है, जो नीरज चोपड़ा के व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ से 0.22 मीटर अधिक है.
नीरज से क्यों हैं पदक की उम्मीदें
नीरज चोपड़ा से पदक जीतने की उम्मीद इसलिए भी बढ़ जाती है, क्योंकि रियो ओलंपिक में त्रिनिदाद एंड टोबैगो के केशोरन वाल्कॉट ने 85.38 मीटर जैवलिन थ्रो के साथ कांस्य पदक जीता था. ऐसे में नीरज चोपड़ा अगर अपने वर्तमान बेस्ट थ्रो (88.07 मीटर) को ही दोहरा दें, तो वह पोडियम फिनिश कर सकते हैं. नीरज किसी विश्व स्तरीय एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वाले दूसरे भारतीय एथलीट हैं. उन्होंने 2016 में पोलैंड में हुए आईएएएफ U-20 विश्व चैम्पियनशिप में 86.48 मीटर के जूनियर रिकॉर्ड के साथ स्वर्ण पदक जीतकर यह उपलब्धि हासिल की थी.
उसी साल नीरज चोपड़ा ने दक्षिण एशियाई खेलों में 82.23 मीटर के थ्रो के साथ एक और स्वर्ण पदक अपने नाम किया. इसके बाद 2017 में नीरज ने 85.23 मीटर तक जैवलिन थ्रो कर एशियाई एथलेटिक्स चैम्पियनशिप का गोल्ड मेडल हासिल किया. फिर 2018 के एशियन और कॉमनवेल्थ गेम्स में भी वह पीला तमगा हासिल करने में सफल रहे.
नीरज चोपड़ा ने पिछले साल साउथ अफ्रीका में आयोजित हुई सेंट्रल नॉर्थ ईस्ट मीटिंग एथलेटिक्स चैम्पियनशिप के जरिए ओलंपिक का टिकट हासिल किया था. उन्होंने 87.86 मीटर जैवलिन थ्रो कर 85 मीटर के अनिवार्य क्वालिफिकेशन मार्क को पार कर यह उपलब्धि हासिल की.
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