टोक्यो ओलंपिक 2020 में रविवार को दिन भारत के लिए काफी खास रहा. स्टार शटलर पीवी सिंधु ने कांस्य पदक जीतकर इतिहास रच दिया. उन्होंने दो सीधे सेटों में चीन की खिलाड़ी बिंगजियाओ को 21-13,21-15 से पराजित किया. सिंधु की जीत पर पूरा देश काफी खुश है. उनके माता-पिता ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि उन्हें सिंधु पर गर्व है. बेटी के कांस्य पदक जीतने पर सिंधु के पिता पीवी रमना ने भारत सरकार, बैडमिंटन एसोसिएशन समेत कइयों को धन्यवाद किया.
पीवी रमना ने कहा कहा, ''मैं सिंधु के पदक जीतने की वजह से काफी खुश हूं. आमतौर पर होता है कि जब आप तीसरे या फिर चौथे नंबर के लिए खेल रहे होते हैं तो यह काफी कष्टदायक होता है. इस वजह से मैंने कल उससे बात करके मोटिवेट किया. मैं खुश हूं कि वह पहली महिला है, जिसने दो ओलंपिक गेम्स में मेडल जीते हैं.'' उन्होंने आगे कहा, ''पीवी सिंधु से बात करके मैंने कहा था कि तुमने अपना बेस्ट दिया. उसने अच्छा कमबैक किया और आज मेडल जीता.'' पीवी सिंधु के मेडल जीतने के बाद उनके पिता ने आगे कहा कि वह कोर्ट में ओवरऑल काफी अटैकिंग रही.
उन्होंने कहा कि ओलंपिक कोई छोटा इवेंट नहीं है. फिर चाहे वह गोल्ड, सिल्वर या फिर ब्रॉन्ज मेडल हो. ओलंपिक में मेडल मेडल ही होता है. मुझे पूरा विश्वास है कि पीवी सिंधु अगला ओलंपिक भी खेलेंगी. वहीं, पीवी सिंधु की मां ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हम उसके कांस्य पदक जीतने को लेकर काफी खुश हैं. वैसे तो हम गोल्ड मेडल चाहते थे, लेकिन ओलंपिक में मेडल जीतना उसके बराबर ही है. मेडल मेडल ही होता है.
बता दें कि टोक्यो ओलंपिक में भारत का यह तीसरा पदक है. सबसे पहले मीराबाई चनू ने वेटलिफ्टिंग के 49 किलो भारवर्ग में सिल्वर मेडल जीता था. वहीं, बॉक्सर लवलीना बोरगोह भी अपना पदक पक्का कर चुकी हैं. इसके बाद आज पीवी सिंधु ने बैडमिंटन में कांस्य पदक जीता है. सिंधु ने पिछले रियो ओलंपिक 2016 में सिल्वर मेडल अपने नाम किया था.
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