टेनिस स्टार जोकोविच 2010 में संन्यास के बारे में सोचने लगे थे, ये रही वजह

2010 में जोकोविच के करियर का बुरा दौर आया था. उनके सामने रोजर फेडरर और राफेल नडाल जैसे दिग्गजों की बड़ी चुनौती थी.

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17 ग्रैंड स्लैम के विजेता हैं जोकोविच ( Reuters) 17 ग्रैंड स्लैम के विजेता हैं जोकोविच ( Reuters)

aajtak.in

  • मिलान,
  • 02 मई 2020,
  • अपडेटेड 12:43 PM IST

विश्व रैंकिंग में पहले स्थान पर काबिज टेनिस खिलाड़ी नोवाक जोकोविच ने कहा कि वह रोजर फेडरर और राफेल नडाल जैसे दिग्गजों की चुनौती से पार नहीं पाने के कारण 2010 में संन्यास के बारे में सोच रहे थे.

जोकोविच ने 2008 में ऑस्ट्रेलिया ओपन के रूप में अपना पहला ग्रैंड स्लैम जीता था. तब वह रैंकिंग में तीसरे स्थान पर काबिज थे. इसके बाद 2010 में उनका बुरा दौर आया और वह फ्रेंच ओपन के क्वार्टर फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के जुर्गेन मेलजेर से हार गए.

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उन्होंने स्काईस्पोर्ट्स इटालिया से कहा, ‘यह हार मेरे लिए भावनात्मक रूप से मुश्किल थी. मैं टूर्नामेंट से बाहर होने के बाद रो रहा था. यह खराब क्षण था, कुछ समझ नहीं आ रहा था और मैं टेनिस छोड़ना चाह रहा था.’

उन्होंने कहा, ‘मैं इससे जरूरी मैचों में फेडरर और नडाल से हारा था, लेकिन मेलजेर से मिली हार मेरे लिए ‘टर्निंग प्वाइंट’ था.

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