भारत की डिस्कस थ्रोअर पर लगा चार साल का प्रतिबंध, डोप टेस्ट में फेल

चक्का फेंक (डिस्कस थ्रो) एथलीट संदीप कुमारी पर वाडा (विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी) की एथलेटिक्स इंटीग्रिटी इकाई ने डोपिंग परीक्षण में विफल होने पर चार साल का प्रतिबंध लगाया है.

Advertisement
File image (Getty ) File image (Getty )

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 02 मई 2020,
  • अपडेटेड 10:21 AM IST

चक्का फेंक (डिस्कस थ्रो) एथलीट संदीप कुमारी पर वाडा (विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी) की एथलेटिक्स इंटीग्रिटी इकाई ने डोपिंग परीक्षण में विफल होने पर चार साल का प्रतिबंध लगाया है. करीब दो साल पहले राष्ट्रीय डोप परीक्षण प्रयोगशाला (एनडीटीएल) ने उनके नमूने को सही पाया था. एनडीटीएल प्रतिबंधित पदार्थ -स्टेरॉइड- का पता लगाने में विफल रही थी. जो उनके नमूने में मौजूद था.

Advertisement

यह नमूना गुवाहाटी में जून 2018 में राष्ट्रीय अंतरराज्यीय चैम्पियनशिप के दौरान नाडा अधिकारियों ने लिया था. कुमारी ने 58.41 मीटर के थ्रो से स्वर्ण पदक जीता था. वाडा ने कनाडा में मॉन्ट्रियल प्रयोगशाला में कुमारी के नमूने का परीक्षण करने का फैसला किया और नवंबर 2018 में यह एनाबोलिक स्टेराइड मेटेनोलोन का पॉजिटिव आया था.

हरियाणा की एथलीट कुमारी के 26 जून 2018 से 21 नवंबर 2018 तक के नतीजों को रद्द कर दिया जाएगा. वाडा ने शुक्रवार रात को घोषणा की कि उनका चार साल का प्रतिबंध 26 जून 2018 से शुरू होगा, जिस दिन उनका नमूना लिया गया था.

सिर्फ कुमारी का ही नहीं, 2017 एशियाई चैम्पियन निर्मला श्योराण का भी नमूना एनडीटीएल की जांच में नेगेटिव आया था. लेकिन मॉन्ट्रियल के परीक्षण में इसे पॉजिटिव पाया गया. जुमा खातून पर भी पिछले महीने चार साल का प्रतिबंध लगाया गया था.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement