रियो ओलंपिक से एक बॉक्सर की गुहार- 'मेरे परिवार को बदमाशों से बचा लो'

ईमेल में उन्होंने बताया कि उनकी अनुपस्थिति में कुछ बदमाश उनके घर वालों को परेशान कर रहें हैं. जिससे उनके भाई का ध्यान खेल पर सही ढंग से नहीं लग रहा. इस मेल का रिप्लाई करते हुए मंत्री अनिल विज ने उन्हें तुरंत कार्रवाई का भरोसा दिलवाया है.

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मनोज कुमार मनोज कुमार

प्रियंका झा / सतेंदर चौहान

  • चंडीगढ़,
  • 13 अगस्त 2016,
  • अपडेटेड 10:56 PM IST

एक ओर तो हरियाणा सरकार सरकारी खजाने से एक करोड़ खर्च कर के रियो ओलंपिक में शामिल अपने प्रदेश के खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाने के लिए डेलिगेशन भेज रही है. तो वहीं रियो में मेडल के लिए जंग लड़ रहे खिलाड़ियों के हौसले प्रदेश की खराब कानून-व्यवस्था की वजह से पस्त हैं. इन खिलाड़ियों को मेडल से पहले हरियाणा में बैठे अपने परिवारों की फिक्र हो रही है. हरियाणा के खेल मंत्री अनिल विज को ओलंपियन बॉक्सर मनोज कुमार के बड़े भाई की ओर से रियो से भेजा गया ईमेल यह साबित करता है.

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परिवारवालों के परेशान होने से खेल पर ध्यान नहीं दे पा रहे
इस ईमेल में उन्होंने बताया कि उनकी अनुपस्थिति में कुछ बदमाश उनके घर वालों को परेशान कर रहें हैं. जिससे उनके भाई का ध्यान खेल पर सही ढंग से नहीं लग रहा. इस मेल का रिप्लाई करते हुए मंत्री अनिल विज ने उन्हें तुरंत कार्रवाई का भरोसा दिलवाया है. गौरतलब है कि मनोज के भाई राकेश भी उनके साथ रियो में हो रहे ओलंपिक खेलों में गए हैं.

ईमेल में क्या लिखा?
मैं बॉक्सिंग कोच राजेश कुमार हूं. मैं ओलंपियन बॉक्सर मनोज कुमार का कोच और बड़ा भाई हूं. जो कि इस समय रियो ओलंपिक में देश का प्रतिनिधित्व कर रहा है. साथ ही मैं खुद भी भारतीय मुक्केबाजी टीम के साथ रियो ओलंपिक में हूं. मैं कैथल जिले के राजौंद गांव का निवासी हूं. हम यहां ओलंपिक में देश के लिए खून-पसीना बहा रहें हैं. लेकिन हमारी अनुपस्थिति में गांव के कुछ बदमाश एवं दबंग लोग मेरे घर वालों को परेशान कर रहे हैं. यहां तक कि घर वालों को मनोज का मैच भी नहीं देखने दे रहे.

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अनिल विज ने दिलाया सुरक्षा का भरोसा
ईमेल मिलते ही खेल मंत्री अनिल विज ने भरोसा दिलाया कि वो हरियाणा में परिवार को पूरी सुरक्षा देंगे. उन्होंने कोच राजेश और उनके बॉक्सर भाई मनोज को ओलंपिक में ध्यान लगाने के लिए कहा और ई-मेल के जरिए अपना जवाब भी भेजा. 'आप निश्चिन्त होकर अपना पूरा ध्यान गेम पर लगाएं. मैंने पुलिस अधीक्षक कैथल से बात कर ली है और आपके घर पुलिस को भेजने के लिए कह दिया गया है. यहां की चिंता आप बिलकुल मत करना.'

परिवार ने ली चैन की सांस
अनिल विज के आश्वासन के बाद कैथल में रहने वाले राजेश और मनोज के परिवार ने भी चैन की सांस ली. दरअसल, इन्हीं के गांव के ही कुछ दबंग बिजली विभाग के कुछ शरारती कर्मचारियों के साथ मिलकर चिढ़ के चलते परिवार को परेशान कर रहे हैं. उनकी गली में लगे बिजली के ट्रांसफार्मर को भी इनके लोगों ने अपनी दबंगई से हटवा दिया ताकि परिवार मनोज का ओलंपिक मैच ना देख सके और आये-दिन परिवार को परेशान करते हुए धमकियां देते रहते हैं.

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