टीम इंडिया के पूर्व ओपनर गौतम गंभीर का कहना है कि वीरेंद्र सहवाग ने टेस्ट क्रिकेट में ओपनिंग बल्लेबाजी के माइंड सेट को बदलकर रख दिया था. टेस्ट क्रिकेट में ओपनिंग के स्टाइल को बदलने वाले बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग थे.
गौतम गंभीर के मुताबिक वीरेंद्र सहवाग ने टेस्ट क्रिकेट में जो असर डाला उसकी बराबरी कोई भी नहीं कर सकता. गंभीर ने माना कि कोई भी सहवाग के माइंड सेट की कॉपी नहीं कर सकता.
गौतम गंभीर ने स्टार स्पोर्ट्स के शो 'क्रिकेट कनेक्टेड' में बताया कि टेस्ट क्रिकेट में वीरेंद्र सहवाग के नाम दो तिहरे शतक थे, लेकिन वह खुद को स्पेशलिस्ट ओपनर नहीं मानते थे और मुझे हमेशा पारी की पहली गेंद का सामना करना पड़ता था.
गौतम गंभीर ने खुलासा किया कि वीरू मुझे बोलते थे कि स्पेशलिस्ट ओपनर को पारी की पहली गेंद का सामना करना चाहिए. सहवाग बोलते थे कि वह स्पेशलिस्ट ओपनर नहीं हैं. इसलिए मैं ही पहली गेंद खेलता था.
गंभीर ने कहा, 'किसी ने नहीं सोचा था कि वीरेंद्र सहवाग टेस्ट फॉर्मेट में इतने असरदार ओपनिंग बल्लेबाज बन जाएंगे. सहवाग को देखकर सभी को लगता था कि वह लिमिटेड ओवर्स फॉर्मेट में ज्यादा कामयाब होंगे, लेकिन देखा जाए तो
टेस्ट क्रिकेट में उनका रिकॉर्ड शानदार है.'
गौतम गंभीर ने साल 2008 में इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए चेन्नई टेस्ट को याद किया है, जिसमें भारत ने 387 रनों के लक्ष्य को हासिल करते हुए शानदार जीत दर्ज की थी. उस मैच में वीरेंद्र सहवाग ने 68 गेंदों पर 83 रन बनाए थे.
गंभीर ने कहा, 'मुझे याद है कि वीरेंद्र सहवाग ने चेन्नई में टर्निंग पिच पर ग्रीम स्वान और मोंटी पनेसर के खिलाफ रन बनाए थे और 'मैन ऑफ द मैच' बने थे. इससे पता चलता है कि आप कैसे खिलाड़ी हैं.'
गंभीर ने यह भी बताया कि बल्लेबाजी के दौरान वह और वीरू क्रिकेट के अलावा लंच, डिनर और विदेश घूमने की जगह पर बात करते थे.