टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मुंबई में खेले गए पहले वनडे मैच में एक बड़ा एक्सपेरिमेंट किया, जो घातक साबित हुआ और भारतीय टीम को हार का सामना करना पड़ा. विराट कोहली ने रोहित शर्मा, शिखर धवन और केएल राहुल तीनों ही ओपनिंग बल्लेबाजों को प्लेइंग इलेवन में शामिल करने के लिए बैटिंग ऑर्डर में बदलाव कर दिया.
ऑस्ट्रेलिया को इस मैच में टीम इंडिया 256 रनों का मामूली सा टारगेट ही दे पाई जिसे मेहमान टीम ने आराम से हासिल कर लिया. इस मैच में रोहित शर्मा और शिखर धवन ओपनिंग करने उतरे, जबकि राहुल तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे. कप्तान विराट कोहली नंबर 4 पर बल्लेबाजी के लिए आए. नंबर 4 के बल्लेबाज श्रेयस अय्यर नंबर 5 पर उतरे. बैटिंग ऑर्डर में इस तरह के बदलाव से सभी बल्लेबाज कन्फ्यूज नजर आए जो उनकी बल्लेबाजी में भी दिखाई दिया.
रोहित शर्मा और शिखर धवन की ओपनिंग जोड़ी से टीम इंडिया को बेहतर शुरुआत की उम्मीद थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. पांचवें ओवर की तीसरी गेंद पर मिशेल स्टार्क ने रोहित शर्मा को चलता कर दिया. रोहित शर्मा 10 रन बनाकर आउट हुए. इसके बाद शिखर धवन और लोकेश राहुल ने मिलकर 121 रनों की पार्टनरशिप की.
28वें ओवर में लोकेश राहुल आउट हुए. टीम इंडिया के गब्बर शिखर धवन अपने वनडे करियर का 28वां अर्धशतक जड़कर आउट हुए. धवन को पैट कमिंस ने एश्टन एगर के हाथों कैच आउट करा दिया. धवन ने 91 गेंदों पर 74 रन बनाए.
इस मैच में विराट कोहली नंबर 3 की जगह नंबर 4 पर बल्लेबाजी करने के लिए उतरे. विराट कोहली का यह फैसला घातक साबित हुआ. नंबर 4 पर बल्लेबाजी विराट कोहली को रास नहीं आई और कोहली 16 रन बनाकर पवेलियन लौट गए.
नंबर 3 पर विराट कोहली का शानदार रिकॉर्ड हैं, लेकिन नंबर 4 पर बल्लेबाजी न विराट के लिए फायदे का सौदा साबित हुई न ही टीम इंडिया के लिए. नंबर 4 पर अपने शानदार प्रदर्शन के दम पर टीम इंडिया में अपनी जगह पक्की करने वाले बल्लेबाज श्रेयस अय्यर को भी बैटिंग ऑर्डर में बदलाव रास नहीं आया.
श्रेयस अय्यर सिर्फ 4 रन बनाकर आउट हो गए. इस तरह बैटिंग ऑर्डर में बदलाव करना टीम इंडिया को उल्टा पड़ गया.
शिखर धवन और लोकेश राहुल ने मिलकर 121 रनों की पार्टनरशिप की, लेकिन इस साझेदारी के टूटते ही पूरी टीम 255 रनों पर ही ढेर हो गई.
ऋषभ पंत (28) और रविंद्र जडेजा (25) ने छठे विकेट के लिए 49 रन जोड़े,
लेकिन ये दोनों लगातार ओवरों में पवेलियन लौट गए. शार्दुल ठाकुर (13),
कुलदीप यादव (17) और मोहम्मद शमी (10) ने दोहरे अंक में पहुंचकर भारतीय
स्कोर 250 रन के पार पहुंचाया, नहीं तो हालात इससे भी बुरे हो सकते थे.