ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग ने 17 साल बाद टीम इंडिया के पुराने जख्मों को कुरेदते हुए 2003 वर्ल्ड कप फाइनल की भयानक यादों को ताजा कर दिया.
रिकी पोंटिंग ने सोशल मीडिया पर अपने उसी बल्ले की तस्वीर शेयर की है, जिस बल्ले से उन्होंने सौरव गांगुली की कप्तानी वाली टीम इंडिया से 2003 वर्ल्ड कप छीन लिया था.
पोंटिंग ने ट्विटर पर 2003 वर्ल्ड कप फाइनल मैच वाले बैट की फोटो शेयर करते हुए लिखा, 'हम सभी इस समय घर पर हैं और हमें कुछ समय मिला है. इस दौरान मैं आप लोगों के साथ वो चीजें शेयर करूंगा जो मैंने अपने करियर में संभाल कर रखी हैं. यह वो बैट है, जिससे मैंने 2003 के फाइनल मैच में खेला था.'
ICC ने इसके बाद एक वीडियो शेयर किया जिसमें रिकी पोंटिंग 2003 वर्ल्ड कप के फाइनल मैच में भारतीय गेंदबाजों की धुनाई कर रहे थे.
पोंटिंग ने जो फोटो शेयर की उससे भारतीय फैंस के पुराने जख्म ताजा हो गए. इसके बाद फैंस ने पोंटिंग को आड़े हाथों लेते हुए ट्रोल करना शुरू कर दिया.
बल्ले की तस्वीर शेयर कर पोंटिंग खुद ही फंस गए. फैंस ने पोंटिंग से पूछा कि उनके बल्ले की स्प्रिंग कहां हैं.
बता दें कि वर्ल्ड कप के फाइनल मैच में ऑस्ट्रेलिया ने पहले खेलते हुए भारतीय गेंदबाजों की जमकर धुनाई करते हुए 50 ओवर में मात्र दो विकेट खोकर 359 रनों का विशाल लक्ष्य खड़ा किया. ऑस्ट्रेलिया की तरफ से रिकी पोंटिंग 140 और डेनियम मार्टिन 88 रन बनाकर नाबाद रहे.
इस मैच में रिकी पोंटिंग ने आठ छक्के लगाए थे, जिसके बाद उनके बल्ले को लेकर जमकर विवाद हुआ था.
लोगों का कहना था कि उनके बल्ले में स्प्रिंग लगी हुई थी, इसलिए वह ज्यादातर चौके और छक्के जड़ रहे थे. हालांकि ये काल्पनिक बाते थीं.
23 मार्च 2003 को भारत का दूसरी बार वर्ल्ड चैम्पियन बनने का सपना रिकी पोंटिंग की कंगारू टीम ने तोड़ दिया था.
23 मार्च 2003 को खेले गए वर्ल्ड कप के इस फाइनल मैच में ऑस्ट्रेलिया ने बाजी मारते हुए लगातार दूसरी बार वर्ल्ड कप जीता था. यह हार आज भी भारत को बहुत चुभती है.