बांग्लादेश के खिलाफ अंडर 19 वर्ल्ड कप के फाइनल में भारतीय टीम के लेग स्पिनर रवि बिश्नोई ने लगभग मैच का पासा पलट ही दिया था, लेकिन उन्हें बाकी गेंदबाजों का साथ नहीं मिला.
रवि बिश्नोई ने बांग्लादेश के खिलाफ फाइनल मैच में 10 ओवर में 30 रन देकर 4 विकेट झटके. रवि बिश्नोई की इस शानदार गेंदबाजी के बावजूद भारत को अंडर 19 वर्ल्ड कप के फाइनल मैच में हार का सामना करना पड़ा.
19 साल के रवि बिश्नोई राजस्थान के जोधपुर शहर के रहने वाले हैं. इस साल हुई आईपीएल की नीलामी में लेग स्पिनर रवि बिश्नोई को किंग्स इलेवन पंजाब ने 2 करोड़ रुपये में खरीदा है.
रवि बिश्नोई के लिए यह सफर बहुत मुश्किल रहा. जोधपुर तहसील के बिरामी गांव के निवासी रवि बिश्नोई के पिता मांगीलाल शिक्षक हैं तो मां शिवरी देवी गृहिणी हैं.
रवि बिश्नोई ने स्पार्टन क्रिकेट एकेडमी में नियमित प्रशिक्षण हासिल किया. एक बार अंडर 16 टूर्नामेंट में रवि बिश्नोई को जब खेलने का मौका नहीं मिला तो उनके पिता ने उन्हें क्रिकेट छोड़ने को कह दिया था.
रवि बिश्नोई के पिता का मानना था कि वह इस खेल के काबिल नहीं हैं. लेकिन रवि के कोच प्रद्योत सिंह और शाहरुख पठान ने उनके पिता को मनाया.
रवि विश्नोई को बचपन से ही क्रिकेट के प्रति दीवानगी थी. स्पार्टन क्रिकेट एकेडमी से जुड़ने के बाद उनके खेल में निखार आया. कोच नरेंद्र सिंह और प्रद्योत सिंह और राजस्थान रॉयल्स के उपाध्यक्ष राजीव खन्ना ने उनके प्रशिक्षण में सहयोग दिया.
रवि बिश्नोई ने 6 लिस्ट A मैचों में 38.75 की औसत से 8 विकेट झटके हैं. बिश्नोई ने 6 टी-20 मैचों में 6 विकेट हासिल किए हैं.