इंटरनेशनल क्रिकेट में रनों और शतकों की झड़ी लगाने वाले टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली के लिए बतौर बल्लेबाज 2019 बेहद शानदार साल रहा है. इंटरनेशनल क्रिकेट (टेस्ट+वनडे+ टी-20 इंटरनेशनल) की बात करें, तो 31 साल के कोहली ने 2019 में सबसे ज्यादा रन बनाए. वह सर्वाधिक रन बनाने वालों की लिस्ट में टॉप पर हैं. कोहली ने 2019 में कुल 2455 रन (टेस्ट में 612 + वनडे में 1377 + टी-20 इंटरनेशनल में 466 रन) बनाए हैं.
अब नए साल 2020 की चुनौतियां विराट कोहली का इंतजार कर रही हैं. मौजूदा दौर में दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में शुमार कोहली को बल्लेबाज के तौर पर ही नहीं, कप्तान के तौर पर भी इस साल अग्निपरीक्षा से गुजरना होगा. उनके लिए अपनी श्रेष्ठता साबित करने के लिए बड़ा मौका है.
2020 में विराट कोहली के सामने ऑस्ट्रेलिया में होने वाला टी-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप सबसे बड़ी चुनौती है. कोहली की कप्तानी का लिटमस टेस्ट इसी टूर्नामेंट में होगा.
2020 टी-20 वर्ल्ड कप ही कोहली की कप्तानी की दशा और दिशा तय कर सकता है. 2019 में खेले गए 50 ओवरों के क्रिकेट वर्ल्ड कप में सेमीफाइनल दौर से बाहर होने के बाद कोहली की कप्तानी पर सवाल उठने शुरू हो गए थे.
बता दें कि कोहली की कप्तानी में भारत आज तक कोई भी ICC टूर्नामेंट नहीं जीत पाया है. कोहली अपनी कप्तानी में 2017 ICC चैम्पियंस ट्रॉफी और 2019 में वर्ल्ड कप जीतने का मौका गंवा चुके हैं. इसके अलावा आईपीएल में कोहली अब तक रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु को खिताब नहीं दिला पाए हैं.
2020 टी-20 वर्ल्ड कप में कोहली के पास खुद की कप्तानी को साबित करने के अलावा महेंद्र सिंह धोनी के क्लब में शामिल होने का मौका होगा. 2007 में महेंद्र सिंह धोनी ने ही भारत को एकमात्र टी-20 वर्ल्ड कप का खिताब दिलाया है.
अब 13 साल बाद विराट कोहली पर भारत को दूसरा टी-20 वर्ल्ड कप का खिताब जिताने का जिम्मा है. बतौर कप्तान महेंद्र सिंह धोनी और विराट कोहली बिल्कुल दो अलग शख्सियत हैं.
एक ने टीम इंडिया को ऐतिहासिक कामयाबियां दिलाई हैं, तो एक कल की उम्मीदों का नायक है. एक के नाम खिताबों की लंबी फेहरिस्त है, तो एक से खिताबों की बड़ी उम्मीद.
विराट कोहली अपने आक्रामक तेवर के लिए जाने जाते हैं. बल्लेबाजी हो या कप्तानी विराट कोहली अपना तेवर बरकरार रखते हैं. वह आक्रामक हैं और अपनी भावनाएं छिपाते नहीं.
साल 2008 में अंडर 19 टीम को वर्ल्ड चैंपियन बनाने वाले कप्तान कोहली के करियर का सबसे बड़ा पड़ाव और मौका आ गया है, जिसका उन्होंने सपना देखा होगा.
टी-20 वर्ल्ड कप का ऑस्ट्रेलिया में होना विराट कोहली के लिए एडवांटेज हो सकता है, क्योंकि इसी धरती पर वह बल्ले के साथ-साथ कप्तान के तौर पर भी हिट साबित हुए हैं.
ऑस्ट्रेलिया में विराट कोहली ने 2018-19 में पहली बार टेस्ट सीरीज जीतकर 71 साल के सूखे को खत्म किया था. इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया में उनकी कप्तानी में भारत वनडे सीरीज भी जीत चुका है.
ऑस्ट्रेलिया की पिचें विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे बल्लेबाजों को रास आती हैं. कोहली और रोहित ने यहां ढेरों रन बनाए हैं. इस साल ऑस्ट्रेलिया में टी-20 वर्ल्ड कप 18 अक्टूबर से 15 नवंबर तक खेला जाएगा.
ऐसे में विराट ब्रिगेड के पास अच्छा मौका होगा. भारतीय टीम काफी संतुलित नजर आ रही है. भारत के पास कप्तान विराट कोहली समेत रोहित शर्मा, हार्दिक पंड्या, शिखर धवन, कुलदीप यादव और जसप्रीत बुमराह जैसे स्टार खिलाड़ी हैं. अगर धोनी टी-20 वर्ल्ड कप खेलते हैं तो भारत को और भी मजबूती मिलेगी.
टी-20 वर्ल्ड कप के इतिहास में रिकॉर्ड 2 बार (2012 और 2016) खिताब वेस्टइंडीज ने जीता है. भारत अगर 2020 का टी-20 वर्ल्ड कप जीत लेता है, तो वह 2 खिताब के साथ वेस्टइंडीज की बराबरी कर लेगा.