नई दिल्ली में जारी विश्व मुक्केबाजी कप फाइनल्स 2025 में भारतीय बॉक्सर्स ने शानदार प्रदर्शन किया है. महिलाओं के 51 किलोग्राम वर्ग में निकहत जरीन ने गोल्ड मेडल जीता. निकहत ने गोल्ड मेडल मैच में चीनी ताइपे की झुआन यी गुओ को 5-0 से पराजित किया.
भारत मौजूदा टूर्नामेंट में सात गोल्ड मेडल जीत चुका है. मीनाक्षी हुड्डा (48 किलो), प्रीति पवार (54 किलो), जैस्मिन लेंबोरिया (57 किलो), परवीन हुड्डा (60 किलो), अरुंधति (70 किलो) और नूपुर श्योराण (80+ किलो) भी गोल्ड मेडल जीतने में कामयाब रही हैं.
पेरिस ओलंपिक 2024 में जल्दी बाहर होने के बाद निकहत जरीन ने काफी कम मुकाबले खेले हैं. निकहत ने इस साल विश्व चैम्पियनशिप में भी भाग लिया था, जहां वो क्वार्टर फाइनल में तुर्की की बुसे नाज काकिरोग्लू से हार गई थीं. देखा जाए तो निकहत ने 21 महीने बाद कोई पदक जीता है. इससे पहले वो फरवरी 2024 में स्ट्रैंड्जा मेमोरियल बॉक्सिंग टूर्नामेंट में रजत पदक जीतने में कामयाब रही थीं.
जहां महिला मुक्केबाजों ने देश का नाम रोशन करते हुए गोल्ड मेडल जीते, वहीं पुरुष मुक्केबाज फाइनल में पहुंचकर भी गोल्ड से चूक गए और उन्हें सिल्वर से संतोष करना पड़ा. अभिनाश जामवाल पुरुषों के 65 किलोग्राम फाइनल में जापान के शियोन निशियामा से हार गए और सिल्वर मेडल जीता.
अंकुश-जादुमणि भी फाइनल हारे
अंकुश पंघल को भी पुरुषों के 80 किलोग्राम फाइनल में इंग्लैंड के शिट्टू ओलाडिमेजी के हाथों हार मिली और उन्हें सिल्वर मेडल हाथ लगा. जादुमणि सिंह को मेन्स 50 किलोग्राम फाइनल में उज्बेकिस्तान की असिलबेक जलीलोवा के खिलाफ करीबी मुकाबले में हार मिली और उन्हें भी सिल्वर मेडल मिला. पवन बर्त्वाल भी 55 किलो भारवर्ग के फाइनल में हार गए.
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