Arshad Nadeem Neeraj Chopra: पाकिस्तान के जेवलिन थ्रोअर (भाला फेंक खिलाड़ी) अरशद नदीम ने कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में गोल्ड जीतकर इतिहास रच दिया. अरशद ने भारतीय स्टार जैवलिन थ्रोअर नीरज से एक कदम आगे निकलते हुए 90 मीटर से भी लंबा थ्रो कर यह गोल्ड जीता. जबकि नीरज 89.94 से ज्यादा दूर भाला नहीं फेंक सके हैं.
अरशद नदीम ने चोटिल होने के बावजूद कॉमनवेल्थ में 90.18 मीटर दूर भाला फेंकते हुए गोल्ड मेडल जीता था. जबकि नीरज का सपना 90 मीटर दूर भाला फेंकना रहा है. मगर नदीम ने एक बयान से उनके लिए थोड़ी मुश्किलें खड़ी कर दी हैं. नदीम ने एक बयान में कहा है कि वह कॉमनवेल्थ में 95 मीटर दूर भाला फेंकना चाह रहे थे, लेकिन चोट के कारण नहीं हो सका.
नीरज को नदीम के खिलाफ कमर कसनी होगी
मगर अब नदीम का नया टारगेट वर्ल्ड रिकॉर्ड तोड़ना है. बता दें कि जेवलिन में वर्ल्ड रिकॉर्ड चेक रिपब्लिक के जान ज़ेलेज़नी (Jan ŽELEZNÝ) के नाम है, जिन्होंने 25 मई 1996 को 98.48 मीटर दूर भाला फेंका था. नदीम ने कहा है कि वर्ल्ड रिकॉर्ड (98.48 मीटर) तोड़ने के लिए वह कड़ी ट्रेनिंग करेंगे. उनके इस ऐलान के बाद अब नीरज चोपड़ा के लिए थोड़ी टेंशन जरूर हो गई होगी. नीरज को अब यदि भविष्य में बड़े टूर्नामेंट में नदीम से पार पाना है, तो उन्हें भी इसके लिए कमर कस लेनी होगी.
क्रिकेट से जेवलिन थ्रोअर बने नदीम
अरशद नदीम ने बीबीसी से कहा, 'मुझे गोल्ड की पूरी उम्मीद थी और मैंने गोल्ड जीता. टोक्यो ओलंपिक के बाद एक साल बाद मैं खेल रहा था. मुझे कॉमनवेल्थ गेम्स में अच्छा प्रदर्शन करना था. मैं 90 मीटर थ्रो करना चाहता था और वह किया भी. मेरे घर में सभी को ऐसा लग रहा है, जैसे सपना देख रहे हैं. मुझे गोल्ड जीतने की पूरी उम्मीद थी. मैं पहले क्रिकेटर था. फिर मैंने क्रिकेट छोड़ दी और जेवलिन की कई प्रतियोगियाओं में भाग लिया. एथलेटिक्स में रेस और जंप में भाग लिया था.'
पाकिस्तानी जेवलिन थ्रोअर नदीम ने कहा, 'मेरे बड़े भाई जेवलिन थ्रोअर थे. मुझे गांव से लाया गया और वहां से इस तरह मैं जेवलिन में आया. मुझे अभी इंजरी है. इसके साथ ही मैंने 90 मीटर का थ्रो किया. अगर चोट नहीं होती तो मुझे उम्मीद थी कि मैं 95 मीटर थ्रो करता. अब मैं ट्रेनिंग करूंगा और उम्मीद करता हूं कि मैं वर्ल्ड रिकॉर्ड ब्रेक करूं.'
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