भारतीय फुटबॉल में कुछ ठीक नहीं... FC गोवा के खिलाड़ियों का ये कदम सच बयां कर गया!

भारतीय फुटबॉल इस समय संकट के दौर से गुजर रहा है. खिलाड़ियों का भविष्य भी अधर में है. इंडियन सुपर लीग (ISL) जो आमतौर पर इस समय चल रहा होता था, उसके 12वें सीजन की अब तक शुरुआत भी नहीं हो पाई है.

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FC गोवा के खिलाड़ियों ने कुछ देर के लिए खेल रोक दिया. (Photo: X/FCGoa) FC गोवा के खिलाड़ियों ने कुछ देर के लिए खेल रोक दिया. (Photo: X/FCGoa)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 25 दिसंबर 2025,
  • अपडेटेड 10:29 AM IST

भारतीय फुटबॉल में पिछले कुछ महीनों से असमंजस की स्थिति बरकरार है. देश की शीर्ष फुटबॉल लीग ISL का 12वां सीजन भी शुरू नहीं हो सका. इंडियन सुपर लीग आमतौर पर सितंबर से अप्रैल तक चलता है, ऐसे में काफी देरी पहले ही हो चुकी है. ISL के आयोजक फुटबॉल स्पोर्ट्स डेवलपमेंट लिमिटेड (FSDL) ने अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (AIFF) को पहले ही सूचित कर दिया था कि वो अब इस लीग का साथ छोड़ देगा.  

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इसकी वजह 15 साल के मास्टर राइट्स एग्रीमेंट को लेकर स्पष्टता की कमी थी, जिसकी मियाद 8 दिसंबर को खत्म हो गई थी. अब तक एआईएफएफ नया कमर्शियल पार्टनर नहीं खोज पाया है. इस गतिरोध को सुलझाने के लिए सुप्रीम कोर्ट की ओर से नियुक्त एक समिति ने ISL के कमर्शियल राइट्स के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू करवाई, लेकिन कोई भी बोलीदाता सामने नहीं आया, जिससे स्थिति और जटिल हो गई.

20 दिसंबर को संकट और गहरा गया, जब 10 ISL क्लबों की ओर से लीग के स्थायी संचालन और व्यावसायिक स्वामित्व को लेकर दिया गया प्रस्ताव AIFF की जनरल बॉडी ने खारिज कर दिया. इसके बजाय, महासंघ ने प्रस्ताव की जांच और आगे की राह तय करने के लिए एक नई समिति गठित करने का फैसला किया.

FC गोवा के खिलाड़ियों ने क्या किया?
इस सबके बीच आईएसएसल के क्लब FC गोवा के खिलाड़ियों ने ऐसा कदम उठाया, जिसकी खूब चर्चा हो रही है. खिलाड़ियों ने बुधवार को ताजिकिस्तान के क्लब FC इस्तिकलोल के खिलाफ AFC चैम्पियंस लीग टू के ग्रुप-स्टेज मुकाबले की शुरुआत में कुछ सेकंड के लिए खेल रोक दिया. यह कदम भारतीय सुपर लीग (ISL) के भविष्य को लेकर बनी अनिश्चितता की ओर ध्यान खींचने के लिए एक प्रतीकात्मक इशारा था. यह घटना FC गोवा के इस महाद्वीपीय टूर्नामेंट के आखिरी ग्रुप मैच की शुरुआत में हुई.

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टीम अपने पहले पांचों मुकाबले हार चुकी थी और क्वालिफिकेशन की दौड़ से बाहर हो चुकी थी, लेकिन इसके बावजूद क्लब ने इस मंच का इस्तेमाल भारतीय घरेलू फुटबॉल में चल रहे संकट को उजागर करने के लिए किया. मैच के बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर जारी बयान में FC गोवा ने साफ किया कि यह कदम  उनके विरोधी क्लब या टूर्नामेंट आयोजकों के खिलाफ नहीं था. क्लब ने कहा, 'हमारे AFC चैम्पियंस लीग टू मैच की शुरुआत में FC गोवा के खिलाड़ियों ने कुछ सेकंड के लिए सक्रिय खेल रोका. यह भारतीय फुटबॉल में मौजूदा अनिश्चितता को उजागर करने के लिए एक प्रतीकात्मक कदम था.'

FC गोवा ने आगे स्पष्ट किया कि यह किसी तरह का विरोध प्रदर्शन नहीं था. यह कदम पूरी तरह अच्छे इरादे से उठाया गया था. यह न तो FC इस्तिकलोल के खिलाफ था और न ही AFC या AFC चैम्पियंस लीग टू के खिलाफ, जिनका हम पूरा सम्मान करते हैं. इसका उद्देश्य केवल घरेलू फुटबॉल इकोसिस्टम से जुड़ी व्यापक चुनौतियों की ओर ध्यान दिलाना था.

AFC चैम्पियंस लीग जैसे बड़े मंच पर FC गोवा का यह प्रतीकात्मक कदम भारतीय फुटबॉल के भविष्य को लेकर खिलाड़ियों और क्लबों की बढ़ती चिंता को दर्शाता है. भले ही यह कुछ सेकंड का ठहराव था, लेकिन इसने यह साफ संदेश दिया कि घरेलू स्तर पर फैली अनिश्चितता भारतीय फुटबॉल के वर्तमान और भविष्य दोनों पर भारी पड़ रही है...

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