Kohli-Rohit Test Retirement: 'महान खिलाड़ियों को 50 साल तक खेलना चाहिए', कोहली-रोहित के रिटायरमेंट से टूटे योगराज सिंह

भारतीय क्रिकेट के दिग्गजों विराट कोहली और रोहित शर्मा ने हाल ही में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया था. रोहित-कोहली के रिटायरमेंट से युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह काफी निराश हैं. योगराज ने दोनों खिलाड़ियों को लेकर भावुक कर देने वाली बातें कहीं.

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रोहित शर्मा और विराट कोहली रोहित शर्मा और विराट कोहली

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 14 मई 2025,
  • अपडेटेड 1:29 PM IST

भारतीय क्रिकेट टीम को अगले महीने इंग्लैंड का दौरा करना है, जहां उसे मेजबान टीम के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज खेलनी है. इस दौरे से ठीक पहले भारतीय क्रिकेट के दो दिग्गजों ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया. सबसे पहले 7 मई (बुधवार) को रोहित शर्मा ने क्रिकेट के सबसे बड़े फॉर्मेट को अलविदा कहा. फिर 12 मई (सोमवार) को विराट कोहली ने भी टेस्ट क्रिकेट से रिटायरमेंट लेने की घोषणा की.

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रोहित-कोहली के रिटायरमेंट पर योगराज हुए भावुक

रोहित शर्मा और विराट कोहली के टेस्ट क्रिकेट से रिटायरमेंट लेने पर टीम इंडिया के पूर्व ऑलराउंडर युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह काफी निराश हैं. योगराज का मानना है कि उन दोनों में काफी क्रिकेट बचा हुआ था. योगराज सिंह ने ये भी कहा कि महान खिलाड़ियों को 50 साल की उम्र तक खेलना चाहिए.

योगराज सिंह ने समचार एजेंसी एएनआई से कहा, 'इतने बड़े प्लेयर हैं. नुकसान तो होगा ही. 2011 में जब टीम से बहुत सारे बच्चों को निकाला गया, कुछ ने रिटायरमेंट ली या धक्के से रिटायरमेंट कराया गया, उसके बाद टीम टूट गई और अबतक खड़ी नहीं हुई. हर इंसान का एक वक्त होता है. मैं समझता हूं कि रोहित और विराट में अब भी बहुत क्रिकेट बाकी है. जो हमारे बेहतरीन क्रिकेटर हैं, उन पर व्यक्तिगत रूप से ध्यान देना चाहिए.'

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योगराज सिंह ने आगे कहा, 'कहीं न कहीं उनको भी मोटिवेशन की जरूरत पड़ती है. मैं सझता हूं कि रोहित 5 साल खेल सकता है, विराट 10 साल खेल सकता है. जब युवी ने रिटायरमेंट ली थी, तो मैंने युवी को ये बात बोली थी. मैदान तब छोड़ें, जब तुम्हारे पांव नहीं हिलते. अगर युवी को आपने देखा होगा, तो पिछले पांच साल से जैसा क्रिकेट वो खेल रहा है, जैसे कैच पकड़ रहा है तो आप ये नहीं समझते कि उसे पांच साल और खेलना चाहिए था.'

योगराज सिंह कहते हैं, 'अब टेस्ट क्रिकेट में जो बच्चे हैं वे नए हैं, उन्हें इंग्लैंड जाना होगा. फिर ऑस्ट्रेलिया भी जाना होगा. मैं हैरान हूं कि अभिषेक शर्मा को टीम में क्यों नहीं ले रहे हैं, अगर आपको प्लेयर्स बनाने हैं तो तीनों फॉर्मेट खिलाएं. शुभमन, अभिषेक, जायसवाल सब युवा खिलाड़ी हैं. मैं 2011 की बात करता रहूंगा. 2011 वाली टीम 8 साल और खेल सकती थी. उस टीम का सत्यानाश एक ही आदमी ने किया. उसके बाद आजतक हम बिखरे हुए हैं. टूर्नामेंट हमने दो ही जीते. वनडे वर्ल्ड कप एक भी नहीं जीता. टेस्ट सीरीज हारे हैं.'

'वीरू की क्रिकेट बहुत पड़ी थी...'

योगराज ने आगे कहा, 'मुझे लगता है कि रोहित शर्मा को रोजाना मोटिवेट करने के लिए बस एक व्यक्ति की जरूरत थी. रोहित और वीरेंद्र सहवाग दो ऐसे लोग हैं जिन्होंने बहुत जल्दी संन्यास ले लिया. वीरू की क्रिकेट बहुत पड़ी थी. युवी, हरभजन, द्रविड़, लक्ष्मण की क्रिकेट भी बहुत बाकी थी. महानतम खिलाड़ियों को 50 साल की उम्र तक खेलना चाहिए. उससे ये होगा कि आप युवाओं को आगे तक ले जाएंगे.'

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योगराज ने बताया, 'अगर 2011 की टीम के प्लेयर्स 8 साल और रहते, साथ में 6, 7 या 10 युवा खिलाड़ी आते तो टीम पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता. रोहित और विराट मेरे बेटे जैसे हैं, सारे मुझे युवी जैसे लगते हैं. क्या हुआ एक-दो सीरीज में फ्लॉप हो गए. उनमें बहुत क्रिकेट पड़ी है. मैं उनके रिटायर होने से दुखी हूं. अब युवाओं को प्रेरित करने वाला कोई नहीं बचा है.'

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