साउथ अफ्रीका ने बांग्लादेश के खिलाफ चटगांव टेस्ट मैच में पारी और 273 रनों से जीत हासिल की. इस जीत के साथ ही साउथ अफ्रीका ने मेजबान बांग्लादेश का दो मैचों की टेस्ट सीरीज में 2-0 से सूपड़ा साफ कर दिया. मुकाबले में साउथ अफ्रीका ने अपनी पहली पारी 6 विकेट पर 575 रन बनाकर घोषित की थी. इसके बाद बांग्लादेश ने अपनी पहली पारी में 159 और फॉलोऑन खेलते हुए अपनी दूसरी इनिंग्स्स में 143 रन बनाए. चटगांव टेस्ट में यादगार जीत के बाद साउथ अफ्रीका को वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप (WTC) की अंकतालिका में भी फायदा हुआ है.
साउथ अफ्रीका की उम्मीदें परवान चढ़ीं
साउथ अफ्रीकी टीम अब WTC अंकतालिका में न्यूजीलैंड को पछाड़कर फिर से चौथे नंबर पर पहुंच गई है. साउथ अफ्रीका का अंक प्रतिशत (PCT) बढ़कर 54.17 हो गया है. इस जीत ने साउथ अफ्रीका को डब्ल्यूटीसी फाइनल में जगह बनाने की रेस में काफी मजबूती से ला खड़ा कर दिया है. साउथ अफ्रीका की इस जीत से भारत और ऑस्ट्रेलिया पर दबाव बढ़ गया है, जो वर्तमान में टॉप दो स्थानों पर काबिज हैं. उधर बांग्लादेशी टीम इस हार के चलते अब WTC टेबल में आठवें स्थान पर फिसल गई है.
देखा जाए तो साउथ अफ्रीकी टीम को मौजूदा चक्र में चार और मुकाबले खेलने हैं. ये चारों मुकाबले (दो श्रीलंका और दो पाकिस्तान के खिलाफ) उसे अपने घर पर खेलने हैं. यदि अफ्रीकी टीम इन चारों मुकाबलों में जीत हासिल कर लेती है, तो 69.44 प्रतिशत अंक हासिल कर लेगी जो उसे अगले साल लॉर्ड्स में होने वाले फाइनल में जगह दिलाने के लिए पर्याप्त होगा. तीन मैच जीतने पर भी साउथ अफ्रीका 61.11 प्रतिशत अंकों के साथ फाइनल के लिए तगड़ी दावेदारी पेश करेगा.
बता दें कि भारतीय टीम वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप की अंकतालिका में फिलहाल पहले स्थान पर है, जबकि ऑस्ट्रेलियाई टीम दूसरे पायदान पर है. हालांकि कौन सी दो टीमें फाइनल में पहुंचेगी, ये कहना अभी थोड़ी जल्दबाजी होगी क्योंकि 5 टीमें गणितीय रूप से फाइनल की रेस में अब भी बनी हुई हैं. केवल वेस्टइंडीज, इंग्लैंड और बांग्लादेश ही फाइनल की रेस से आउट हुए हैं.
भारतीय टीम के अब तक 13 मैचों में 8 जीत, 4 हार और 1 ड्रॉ से 98 अंक हैं. भारत को छह मैच और खेलने हैं और उसके लिए समीकरण साफ है. भारत को न्यूजीलैंड के खिलाफ आखिरी टेस्ट मैच जीतना होगा. फिर ऑस्ट्रेलिया को पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में 3-2 से जरूर हराना होगा. यानी उसे छह में चार मैच जीतने होंगे. इससे उसके 64.04% अंक हो जाएंगे.
अगर भारतीय टीम मुंबई टेस्ट हार जाती है तो न्यूजीलैंड की टीम 64.29 प्रतिशत अंकों के साथ समाप्त कर सकती है, लेकिन केवल इंग्लैंड के खिलाफ 3-0 की सीरीज जीतने की स्थिति में. उस स्थिति में भारत को ऑस्ट्रेलियाई धरती पर चार जीत और एक ड्रॉ की आवश्कयता होगी. यदि भारत अपने बाकी छह में से तीन ही मैच जीत पाता है और तीन में उसे हार मिलती है तो उसका अंक प्रतिशत 58.77 होगा, जो क्वालिफिकिशेन की पूरी गारंटी नहीं देगा. ऐसी स्थिति में ऑस्ट्रेलिया, श्रीलंका, साउथ और न्यूजीलैंड का अंक प्रतिशत भारत से ज्यादा हो सकता है.
दूसरे नंबर पर काबिज कंगारू टीम के 12 मैच में 8 जीत, तीन हार एवं एक ड्रॉ से 90 पॉइंट हैं. कंगारू टीम का अंक प्रतिशत 62.50 है. उधर श्रीलंकाई टीम तीसरे स्थान पर है. श्रीलंका के नौ मैचों में 55.56 प्रतिशत अंक और 60 अंक हैं. वहीं साउथ अफ्रीका चौथे, न्यूजीलैंड पांचवें और इंग्लैंड छठे पायदान पर है. जबकि पाकिस्तान सातवें, बांग्लादेश आठवें और वेस्टइंडीज नौवें नंबर पर है.
बता दें कि वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप का यह तीसरा चक्र है, जो 2023 से 2025 तक चलेगा. इस तीसरे चक्र के लिए आईसीसी पॉइंट्स सिस्टम से जुड़े नियमों को पहले ही रिलीज कर चुकी है. टेस्ट मैच जीतने पर टीम को 12 अंक, मैच ड्रॉ होने पर 4 अंक और मुकाबला टाई होने पर 6 पॉइंट मिलेंगे.
वहीं मैच जीतने पर 100 फीसदी, टाई होने पर 50 फीसदी, ड्रॉ होने पर 33.33 फीसदी और हार पर शून्य फीसदी अंक जोड़े जाएंगे. किसी दो मैच की सीरीज में कुल 24 प्वाइंट और पांच मैच की सीरीज में 60 अंक उपलब्ध होंगे. WTC टेबल में जीत प्रतिशत के आधार पर रैंकिंग का प्राथमिक तौर पर निर्धारण होता है.
WTC का प्वाइंट्स सिस्टम
- जीत पर 12 अंक.
- मैच टाई होने पर 6 अंक.
- मैच ड्रॉ होने पर 4 अंक.
- टीमों को जीते गए प्वाइंट्स पर्सेंटेज के आधार पर रैंक किया जाता है.
- टॉप दो टीमें 2025 में लॉर्ड्स में होने वाले फाइनल में पहुंचेंगी.
- स्लोओवर रेट होने पर अंकों की कटौती होती है.
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