भारतीय क्रिकेट टीम न्यूजीलैंड के खिलाफ विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप (WTC) फाइनल के दूसरे दिन फ्लाइंग सिख मिल्खा सिंह के प्रति सम्मान स्वरूप बांह पर काली पट्टी बांधकर खेलने उतरी. मिल्खा सिंह का कोरोना संक्रमण से जूझने के बाद शुक्रवार देर रात चंडीगढ़ में निधन हो गया.
कप्तान विराट कोहली और कोच रवि शास्त्री समेत शीर्ष भारतीय खिलाड़ियों ने ट्विटर पर शोक संदेश पोस्ट किया है. इसके अलावा पूरी भारतीय टीम बांह पर काली पट्टी बांधकर खेल रही है. ओलंपिक खेल के किसी महान खिलाड़ी की याद में भारतीय क्रिकेट टीम के बांह पर काली पट्टी बांधकर खेलने का यह दुर्लभ मौका है.
बीसीसीआई की मीडिया सेल ने पोस्ट किया, ‘भारतीय क्रिकेट टीम मिल्खा सिंह जी की याद में बांह पर काली पट्टी बांधकर खेल रही है.’ इससे पहले कोहली ने ट्वीट किया, ‘उन्होंने पूरे देश को उत्कृष्टता के लिए प्रेरित किया. उन्होंने कभी हार नहीं मानने और अपने सपने पूरे करने के लिए कोशिश करने की प्रेरणा दी. रेस्ट इन पीस मिल्खा सिंह जी. आपको कभी भुलाया नहीं जा सकेगा.’
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शुक्रवार रात हुआ निधन
बीते दिनों मिल्खा सिंह कोरोना निगेटिव हुए थे, लेकिन अचानक से उनकी तबीयत नाजुक होने लगी. इसके बाद उन्हें चंडीगढ़ के PGI अस्पताल में भर्ती किया गया था. जहां शुक्रवार रात को उनका निधन हो गया. इसी हफ्ते उनकी पत्नी निर्मल मिल्खा सिंह का देहांत भी कोरोना की वजह से हो गया था. मिल्खा सिंह ने 91 साल की उम्र में अपनी अंतिम सांस ली.
चंडीगढ़ के PGIMER अस्पताल ने भी एक स्टेटमेंट जारी करके उनके निधन की सूचना दी. अस्पताल ने अपने स्टेटमेंट में बताया है कि मिल्खा सिंह 3 जून को PGIMER अस्पताल में भर्ती हुए थे. 13 तारीख तक यहां उनका कोरोना का इलाज चलता रहा. अंततः वे कोरोना निगेटिव आ गए. हालांकि बाद में पोस्ट कोविड दिक्कतें आने के कारण उन्हें कोविड अस्पताल से मेडिकल ICU में भर्ती कर दिया गया. लेकिन डॉक्टरों की टीम के द्वारा की गई पूरी कोशिशों के बाद भी वे क्रिटिकल कंडीशन से बाहर नहीं आ सके और 18 जून की रात 11.30 बजे वे स्वर्ग के लिए प्रस्थान कर गए.
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