भारतीय टीम विश्व कप से पहले के आखिरी वनडे मैच में हर विकल्प को आजमाना चाहेगी. बुधवार को दिल्ली के फिरोजशाह कोटला में सीरीज के पांचवें और अंतिम वनडे मुकाबले से पहले टीम इंडिया के गेंदबाजी कोच भरत अरुण ने इसके संकेत दिए हैं.
अरुण ने निर्णायक वनडे की पूर्व संध्या पर कहा, ‘विश्व कप के लिए जाने वाली टीम की रूप रेखा कमोबेश तैयार है, लेकिन हम इस मैच में हर विकल्प को आजमाना चाहेंगे, ताकि वहां किसी गलती की गुंजाइश नहीं रहे. यही कारण है कि हम अलग-अलग क्रमों पर विभिन्न खिलाड़ियों को आजमा रहे हैं.’
पिछले मैच में कोहली के चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘जैसा कि मैंने अभी कहा, बस यही एक मौका है, जहां हम कुछ आजमा सकते हैं. इसमें कोई शक नहीं कि विराट ने तीसरे क्रम पर कमाल की बल्लेबाजी की है और सफल रहे हैं. इन चीजों को आजमने से हमें विभिन्न विकल्पों के बारे में पता चलेगा.’
भरत अरुण ने कहा कि विश्व कप से पहले टीम को कुछ विभागों में सुधार करने की जरूरत है, जिसमें गेंदबाजी प्रमुख है. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मोहाली में सीरीज के चौथे वनडे में भारतीय टीम 358 रन बनाने के बाद भी लक्ष्य का बचाव नहीं कर सकी.
ऑस्ट्रेलिया ने 47.5 ओवरों में 6 विकेट पर 359 रन बनाकर सीरीज में 2-2 से बराबरी हासिल कर ली. उन्होंने कहा, ‘हमें कुछ विभागों में सुधार करना है खास कर गेंदबाजी में अभी काम करना होगा. टीम के लिए यह अच्छा है कि विश्व कप से पहले हमें अपनी कमियों के बारे में पता चल गया. हमें इसमें सुधार करना होगा. यह सीखने के लिहाज से हमारे लिए अच्छा है.’
भारतीय गेंदबाज पिछले मैच में एश्टन टर्नर के सामने बेबस दिखे, जिन्होंने 43 गेंदों पर 5 चौके और 6 छक्के की मदद से नाबाद 84 रनों की तूफानी पारी खेली और मैच का पासा पलट दिया था. अरुण ने कहा, ‘अगर आप हमारे रिकॉर्ड को देखेंगे, तो ये वहीं गेंदबाज है, जिन्होंने हमें 75 प्रतिशत मैचों में सफलता दिलाई है और किसी भी टीम के लिए यह बड़ी बात है. हां पिछले मैच में ऐसा नहीं हुआ, मैं खुश हूं कि यह अभी हुआ. इससे यह पता चलता है कि हमें काफी अभ्यास करने की जरूरत है, ताकि विश्व कप जैसे बड़े टूर्नामेंट से पहले सुधार हो सके.’
अरुण ने कुछ खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर खुशी जताई, जिनमें हार्दिक पंड्या की जगह टीम में शामिल किए गए हरफनमौला विजय शंकर भी शामिल हैं. उन्होंने कहा, ‘विजय का आत्मविश्वास काफी बढ़ा है. उन्हें जिस भी क्रम पर बल्लेबाजी के लिए भेजा गया, शानदार प्रदर्शन कर दिखाया. हमने विजय को चौथे, छठे और सातवें क्रम पर आजमाया.'
अरुण ने कहा, ‘करियर की शुरुआत में अरुण 120-125 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी करते थे, लेकिन अब वह 130 की रफ्तार से भी गेंद फेंक रहे हैं और गेंदबाजी में काफी आत्मविश्वास दिखा रहे हैं. वह टीम के लिए बड़ा सकारात्मक पहलू है.'
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