ऑनलाइन सट्टेबाजी को कानूनी मान्यता देने की तैयारियों की अटकलों के बीच खेल मंत्री विजय गोयल ने साफ किया है कि फिलहाल सरकार ऐसे किसी प्रस्ताव पर विचार नहीं कर रही है. साथ ही विजय गोयल ने कहा कि वह खुद सट्टेबाजी के खिलाफ हैं.
विजय गोयल ने कहा, मुझे ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं दिया गया है और मैं सट्टेबाजी के खिलाफ हूं. मैं उन लोगों में से एक हूं जिन्होंने जुआ पर प्रतिबंध लगाया है, लेकिन अंतिम निर्णय भारत सरकार के पास है.
गौरतलब है कि इससे पहले अखिल भारतीय गेमिंग फेडरेशन (एआईजीएफ) ने कथित तौर पर क्रिकेट में ऑनलाइन सट्टेबाजी और विनियमित सट्टेबाजी की अनुमति देने के लिए केंद्रीय वैधीकरण की मांग की थी.
एआईजीएफ ने भारतीय कानून आयोग (एलसीआई) को सौंपे गए अपने श्वेत पत्र में कहा कि अगर केंद्र सट्टेबाजी को वैध करता है तो हर साल कर और राजस्व में हजारों करोड़ रूपये आ सकते हैं.
इससे पहले यह अटकलें लगाई जा रही थी कि खेल मंत्रालय ऑनलाइन सट्टेबाज से जुड़ा ड्राफ्ट तैयार करने के लिए ब्रिटेन के खेल मंत्रालय से मदद लेने की सोच रहा है, क्योंकि वहां सट्टेबाजी कानूनन जायज है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक खेल सचिव इंजेती श्रीनिवास इस समय इंग्लैंड में हैं और अटकलें लगाई जा रही हैं कि वह एक समझौते पर हस्ताक्षर करेंगे जिसमें ऑनलाइन स्पोर्ट्स भी एक प्रस्ताव के तौर पर है.
केशवानंद धर दुबे