कर्नाटक क्रिकेट एसोसिएशन के नए अध्यक्ष बने पूर्व भारतीय क्रिकेटर वेंकटेश प्रसाद

तीन टेस्ट और 196 वनडे खेलने वाले वेंकटेश प्रसाद पहले भी संघ के उपाध्यक्ष रह चुके हैं. उन्होंने 749-558 के अंतर से जीत दर्ज की. प्रसाद के पैनल को उनके पूर्व साथी जवागल श्रीनाथ और अनिल कुंबले का पूरा समर्थन मिला. यही वजह रही कि पैनल ने संघ के चारों प्रमुख पदों पर कब्जा जमाया.

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वेंकटेश प्रसाद पहले KSCA के वाइस-प्रेसिडेंट भी रह चुके हैं (Photo- Venkatesh Prasad Instagram) वेंकटेश प्रसाद पहले KSCA के वाइस-प्रेसिडेंट भी रह चुके हैं (Photo- Venkatesh Prasad Instagram)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 08 दिसंबर 2025,
  • अपडेटेड 1:29 AM IST

पूर्व भारतीय क्रिकेटर वेंकटेश प्रसाद को रविवार 7 दिसंबर को कर्नाटक स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन (KSCA) का नया अध्यक्ष चुना गया. चुनाव में प्रसाद ने KN शान्त कुमार को पछाड़ते हुए बड़ी जीत हासिल की. वहीं संतोष मेनन और सुजीत सोमसुंदर क्रमशः सचिव और उपाध्यक्ष चुने गए.

तीन टेस्ट और 196 वनडे खेलने वाले वेंकटेश प्रसाद पहले भी संघ के उपाध्यक्ष रह चुके हैं. उन्होंने 749-558 के अंतर से जीत दर्ज की. कुल 1307 सदस्यों ने वोट डाले. उपाध्यक्ष पद पर सुजीत सोमसुंदर ने डी विनोद शिवप्पा को 719-588 से हराया.

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सोमसुंदर ने बीसीसीआई सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में एजुकेशन हेड के पद से इस्तीफा देकर चुनाव मैदान में उतरने का फैसला लिया था. वहीं BN माधुकर नए कोषाध्यक्ष बने, जिन्होंने एमएस विनय को 736-571 से हराया. सचिव पद की कड़ी टक्कर में संतोष मेनन ने ईएस जयराम को 675-632 से मात दी.

कुंबले-स्रीनाथ का समर्थन, पैनल की पूरी टीम जीती

प्रसाद के पैनल को उनके पूर्व साथी जवागल श्रीनाथ और अनिल कुंबले का पूरा समर्थन मिला. यही वजह रही कि पैनल ने संघ के चारों प्रमुख पदों पर कब्जा जमाया. बेंगलुरु जोन से भी पूर्व भारतीय महिला क्रिकेटर कल्पना वेंकटाचार (764 वोट) और पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज़ अविनाश वैद्य (691 वोट) प्रसाद पैनल से विजयी हुए. उनके साथ आशिष अमरलाल (703 वोट) भी प्रतिनिधि चुने गए.

प्रसाद के सामने बड़ा चैलेंज

KSCA की कमान संभालने के बाद प्रसाद के लिए सबसे बड़ी चुनौती राज्य में शीर्ष स्तर का क्रिकेट वापस लाना होगी. दरअसल, इसी वर्ष IPL में RCB की खिताबी जीत के बाद चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर हुई भगदड़ में 11 लोगों की मौत हो गई थी. इस घटना के बाद कर्नाटक को बड़े टूर्नामेंट्स की मेजबानी से किनारा कर दिया गया.

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T20 वर्ल्ड कप 2026 की सूची में चिन्नास्वामी स्टेडियम का नाम नहीं आया और आने वाले IPL में भी इसकी मेजबानी पर अनिश्चितता बनी हुई है. अध्यक्ष बनने के साथ ही प्रसाद को इस संकट से निपटते हुए कर्नाटक क्रिकेट का खोया गौरव वापस लाने की चुनौती मिली है.

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