इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2025 का रोमांच जारी है. प्लेऑफ में पहुंचने के लिए सभी टीमें कड़ी मशक्कत कर रही हैं. कई खिलाड़ियों ने अपने प्रदर्शन के दम पर नई पहचान बनाई है, लेकिन इस खेल की दुनिया में अंपायरों का रोल भी काफी अहम है. उनकी भूमिका भले ही हमेशा नजरअंदाज की जाती हो लेकिन अंपायरों पर मैच का विश्वास टिका होता है. दरअसल, अंपायर चुपचाप खेल की निष्पक्षता और गरिमा को बनाए रखते हैं. आइए जानते हैं भारतीय घरेलू क्रिकेट और इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में अंपायरों को कितनी कमाई होती है.
BCCI- घरेलू क्रिकेट में अंपायरों की कमाई
भारतीय घरेलू क्रिकेट में अंपायरों को एक चार दिवसीय मैच के लिए अधिकतम ₹1.6 लाख तक का भुगतान किया जाता है. प्रतिदिन के हिसाब से उनकी कमाई ₹30,000 से ₹40,000 के बीच होती है, जो उनके ग्रेड पर निर्भर करती है.
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आईपीएल में बड़ी कमाई, लेकिन बड़ा दबाव भी
जब बात इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) की आती है, तो अंपायरों की कमाई भी बढ़ जाती है. आईपीएल में ऑन-फील्ड अंपायरों को प्रति मैच ₹3 लाख का भुगतान किया जाता है, जबकि चौथे अंपायर को ₹2 लाख मिलते हैं. हालांकि यहां का दबाव भी कई गुना अधिक होता है.
टेक्नोलॉजी के युग में हर फैसला लाइव टेलीविजन, अल्ट्रा-एज, डीआरएस और लाखों दर्शकों की नजरों में पलभर में परखा जाता है. ऐसे में गलती की कोई गुंजाइश नहीं होती. हर निर्णय पर गंभीर विश्लेषण होता है और उसकी आलोचना भी तुरंत हो सकती है.
एक अंपायर को न केवल नियमों का सटीक पालन करना होता है, बल्कि खिलाड़ियों के व्यवहार को भी नियंत्रित करना होता है, ताकि खेल का स्तर उच्चतम बना रहे. मैच के तनावपूर्ण क्षणों में शांत रहकर निष्पक्ष निर्णय लेना किसी कला से कम नहीं है.
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