Shoaib Akhtar: शोएब अख्तर का शुमार पाकिस्तान के अब तक के सर्वश्रेष्ठ तेज गेंदबाजों में होता है. 'रावलपिंडी एक्सप्रेस' के नाम से मशहूर इस पाकिस्तानी गेंदबाज के नाम इंटरनेशनल क्रिकेट में सबसे तेज गेंद फेंकने का रिकॉर्ड है. 2003 के वर्ल्ड कप में अख्तर ने इंग्लैंड के खिलाफ 161.3 की रफ्तार से एक गेंद डाली थी. हालांकि अख्तर का इंटरनेशनल क्रिकेट में सफर किसी भी तरह से आसान नहीं रहा. वास्तव में, वह छह साल की उम्र तक चलने में सक्षम नहीं थे.
अख्तर के अंतरराष्ट्रीय विकेट्स की संख्या और अधिक हो सकती थी, अगर लगातार चोटों ने उनके करियर को प्रभावित नहीं किया होता. हाल ही में 46 वर्षीय अख्तर ने खुलासा किया कि उनके बाएं घुटने में 9 ऑपरेशन के अलावा 42 इंजेक्शन लगे हैं. अख्तर ने यह भी खुलासा किया कि जब वह बच्चे थे, तो एक डॉक्टर ने उनकी मां से कहा था कि वह सामान्य बच्चों की तरह नहीं चल पाएंगे.
अख्तर ने ऑस्ट्रेलियाई अखबार 'द एज' से कहा, 'मैं छह साल की उम्र तक नहीं चल सका. मैं रेंगता था. डॉक्टर हमेशा मेरी मां से कहते थे कि यह इंसान आधा दिव्यांग (half-disabled) हो जाएगा. वह सामान्य लोगों की तरह नहीं चल पाएगा.'
अख्तर ने कहा, 'इंजरी मेरे घुटनों की हड्डी में आफत बन गई थी. कल्पना कीजिए कि मैं किस दर्द से गुजरा था. यार, यह भयानक था. मैं बर्फ के टब में सोता था. कई बार टीममेट मुझे जगाते और कहते कि सुबह के चार बजे हैं, बाहर निकलो और बिस्तर पर जाओ. मैं अपनी चोटों को छुपाता था. भयंकर प्रतिस्पर्धा थी और मीडिया यह समझ नहीं सका कि मैं नियमित रूप से क्यों नहीं खेला.'
इन सभी बाधाओं को पार करते हुए अख्तर ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपनी पहचान बनाने में सफल रहे. उनके शानदार स्पेल्स ने पाकिस्तान को कई यादगार जीत दिलाईं. अख्तर ने साल 2011 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया था. इसके बाद भी अख्तर अपने बयानों के कारण चर्चा में बने रहते हैं.
शोएब अख्तर ने 46 टेस्ट, 163 वनडे और 15 टी20 इंटरनेशनल में भाग लिया. टेस्ट मैचों में अख्तर ने 25.69 की औसत से 178 विकेट चटकाए, जिसमें 12 पांच विकेट हॉल शामिल रहे. वनडे इंटरनेशनल में अख्तर के नाम 24.97 की औसत से 247 विकेट दर्ज हैं. टी20 इंटरनेशनल में अख्तर ने 22.73 की औसत से 19 विकेट हासिल किए.
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