वर्ल्ड क्रिकेट में एक बार फिर ऐसा चमत्कार देखने को मिला जो आज से 24 साल पहले लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड में देखने को मिला था. दरअसल, महिला एशेज सीरीज के दौरान सिडनी के ओवल मैदान पर दिग्गज स्पिनर शेन वॉर्न का ‘बॉल ऑफ द सेंचुरी’ वाला कारनामा दोहराया गया.
इस मैच में ऑस्ट्रेलिया की लेग स्पिनर अमांडा जेड वेलिंगटन ने एक ऐसी गेंद डाली जिसने शेन वॉर्न की ‘बॉल ऑफ द सेंचुरी’ की याद दिला दी. अमांडा ने इंग्लैंड की दूसरी पारी में इंग्लिश बल्लेबाज टैमी बेमाउंट को 32वें ओवर में एक गेंद डाली जो बल्लेबाज के लेग स्टंप से काफी बाहर पिच हुई और ऑफ स्टंप ले उड़ी. अमांडा की इस गेंद का ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
कुछ लोग इसे लोग ‘बॉल ऑफ द सेंचुरी’ बता रहे हैं हालांकि इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है. आपको बता दें कि शेन वॉर्न ने 4 जून 1993 में इंग्लैंड के खिलाफ मैनचेस्टर टेस्ट में इंग्लिश बल्लेबाज माइक गेटिंग को बोल्ड किया. वह गेंद लगभग 90 डिग्री के कोण से घूमी थी.
वॉर्न की गेंद लेग स्टंप के काफी बाहर पिच हुई और ऐसा लग रहा था कि गेंद वाइड हो सकती है, इसी के चलते गैटिंग ने उसे खेलने का प्रयास नहीं किया. इस बीच जबरदस्त तेजी से टर्न हुई गेंद गैटिंग को चकमा देते हुए उनके ऑफ स्टंप पर जा लगी, जिसे देखकर सभी हैरान हो गए. वॉर्न की इस गेंद को ‘बॉल ऑफ द सेंचुरी’ का दर्जा दिया गया था.
बता दें की वॉर्न टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट हासिल करने वाले दुनिया के दूसरे गेंदबाज हैं. उन्होंने 145 टेस्ट मैच खेलकर 708 विकेट हासिल किए, जिसमें 37 बार पारी में 5 या इससे अधिक विकेट और 10 बार मैच में 10 या इससे अधिक विकेट शामिल हैं. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि उनकी गेंदबाजी कितनी घातक रही. वहीं उन्होंने 194 वनडे मैचों में 293 विकेट लिए.
विश्व मोहन मिश्र