IPL की तर्ज पर पाकिस्तान में शुरू हुई पाकिस्तान सुपर लीग (PSL) में बवाल हो गया है. पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के चेयरमैन रमीज राजा और PSL में टीमों के मालिकों के बीच क्रिकेटर्स की सैलरी को लेकर तीखी बहस हुई. ये विवाद तब हुआ है जब पाकिस्तान सुपर लीग का सातवां सीजन सिर्फ कुछ महीने ही दूर है.
पाकिस्तान के Geo TV की खबर के अनुसार, पाकिस्तान सुपर लीग को लेकर पीसीबी चेयरमैन और फ्रेंचाइजी के बीच बैठक हुई थी. जिसमें तीखी बहस हो गई, जो कि फ्रेंचाइजी की सैलरी कैप बढ़ाने को लेकर थी.
दरअसल, हुआ यूं कि इस बैठक में पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष रमीज राजा ने प्रस्ताव रखा कि फ्रेंचाइजी को अपना सैलरी कैप बढ़ाना चाहिए, जिसपर फ्रेंचाइजी ने आपत्ति जताई. रमीज राजा ने यहां तक कह दिया कि फ्रेंचाइजी के इसी रुख की वजह से विदेशी खिलाड़ी PSL का हिस्सा नहीं बन रहे हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक, रमीज राजा ने आपत्ति जताई की सैलरी कैप कम होने की वजह से विदेशी खिलाड़ी यहां नहीं आते हैं. जिसके जवाब में फ्रेंचाइजी ऑनर ने कहा कि कई विदेशी खिलाड़ी पाकिस्तान में खेलना ही नहीं चाहते हैं.
बता दें कि अभी पीएसएल की एक टीम में खिलाड़ियों की सैलरी कैप 0.95 मिलियन डॉलर है, जबकि रमीज राजा की अपील है कि इसे 1.2 मिलियन डॉलर किया जाए. लेकिन इस तीखी बहस के बावजूद रमीज राजा की नहीं चल सकी और सभी टीमों ने अपनी ही बात मनवाई.
गौरतलब है कि पाकिस्तान सुपर लीग में कुल 6 टीमें खेलती हैं, इनमें पेशावर, लाहौर, कराची, क्वेटा, इस्लामाबाद और मुल्तान की टीमें शामिल हैं.
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