जिस साल रवि शास्त्री 'चैम्पियन ऑफ चैम्पियंस' बनकर विश्व क्रिकेट में छा गए थे, उसी साल की शुरुआत में उन्होंने एक ऐसा वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया था जो 33 साल तक कायम रहा. भारतीय टीम के उपयोगी ऑलराउंडर रहे रवि शास्त्री ने 1985 में आज ही के दिन (10 जनवरी) प्रथम श्रेणी क्रिकेट में सबसे तेज दोहरा शतक जमाकर विश्व कीर्तिमान रचा था.
शास्त्री ने यह दोहरा शतक महज 113 मिनट में पूरा कर यह कारनामा किया.अब यह रिकॉर्ड अफगानिस्तान के शफीकउल्लाह के नाम है, जिन्होंने 2018 में काबुल रीजन की ओर से खेलते हुए 103 मिनट में दोहरा शतक पूरा किया.
रवि शास्त्री ने रणजी ट्रॉफी के जोनल मुकाबले में बड़ौदा के खिलाफ ताबड़तोड़ नाबाद 200 रनों की पारी खेली थी. मजे की बात है कि रवि शास्त्री ने हफ्तेभर पहले इंग्लैंड के खिलाफ 7 घंटे में शतक पूरा किया था.
फर्स्ट क्लास क्रिकेट: सबसे तेज दोहरा शतक (मिनट में)
1. शफीकउल्लाह (200*): 103 मिनट, काबुल रीजन विरुद्ध बूस्ट रीजन, 2018
2. रवि शास्त्री (200*): 113 मिनट, बंबई विरुद्ध बड़ौदा, 1985
3. जीएल जेसॉप (286) : 120 मिनट, ग्लूस्टरशायर विरुद्ध ससेक्स, 1903
4. क्लाइव लॉयड (201*) : 120 मिनट, वेस्टइंडीज विरुद्ध ग्लेमॉर्गन, 1976
5. जीएल जेसॉप (234) : 130 मिनट, ग्लूस्टरशायर विरुद्ध सॉमरसेट, 1905
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तत्कालीन बंबई के वानखेड़े स्टेडियम इसी पारी पारी के दौरान शास्त्री ने बड़ौदा के स्पिनर तिलक राज के एक ओवर में 6 छक्के जड़े थे. उस वक्त यह करिश्मा करने वाले वह सर गैरी सोबर्स के बाद दूसरे बल्लेबाज थे. शास्त्री ने 80 गेंदों पर सौ रन पूरे करने के बाद अगले सौ रन महज 43 गेंदों में पूरे किए. यानी 123 गेंदों में 13 छक्के और इतने ही चौके के साथ उन्होंने यह धमाकेदार पारी खेली. मुंबई की दूसरी पारी में वह छठे नंबर पर उतरे थे और अंत तक आउट नहीं हुए.
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