ये 12 देश नहीं दिला सकते ओलंपिक में क्रिकेट को एंट्री, बढ़ानी होगी दुनिया में ताकत: वीरू

भारतीय टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग को लगता है कि क्रिकेट तभी ओलंपिक खेल बन सकता है, जब यह खेल और ज्यादा देशों में खेला जाए.

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वीरेंद्र सहवाग वीरेंद्र सहवाग

अमित रायकवार / BHASHA

  • नई दिल्ली,
  • 22 नवंबर 2017,
  • अपडेटेड 6:10 PM IST

भारतीय टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग को लगता है कि क्रिकेट तभी ओलंपिक खेल बन सकता है, जब यह खेल और ज्यादा देशों में खेला जाए. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट संघ (आईसीसी) के मौजूदा सदस्यों की संख्या 105 हैं, लेकिन सिर्फ 12 देश इसके पूर्ण सदस्य हैं. आईसीसी की कोशिश है कि 2024 तक क्रिकेट को ओलंपिक खेलों में शामिल किया जाए. क्रिकेट सिर्फ एक बार 1990 में ओलंपिक खेल का हिस्सा रहा है.

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'क्रिकेट ओलंपिक खेल बने'

सहवाग ने सेंट मौरिट्ज आइस क्रिकेट के लॉन्च पर कहा, ‘मुझे लगता है इस पर आईसीसी को फैसला करना है. उन्हें ज्यादा देशों को क्रिकेट से जोड़ना चाहिए, ताकि यह ओलंपिक का हिस्सा हो सके. 12 देश (पूर्ण सदस्य) काफी नहीं हैं.’ इसका एक तरीका यह है कि इस खेल को वैसी जगहों पर ले जाया जाए, जहां इसे नहीं खेला जाता है. फरवरी में ऐसे ही मुकाबले में स्विट्जरलैंड में सहवाग पूर्व क्रिकेटर महेला जयवर्धने, शोएब अख्तर, डेनियल वेटोरी, मोहम्मद कैफ और ग्रीम स्मिथ के साथ क्रिकेट खेलेंगे.

नौ फरवरी को आइस क्रिकेट खेला जाएगा

सहवाग ने कहा, ‘यह वाकई में शानदार होगा अगर हम वहां किसी को क्रिकेट खेलने के लिए प्रेरित कर सके.’ स्विट्जरलैंड हालांकि आईसीसी का सदस्य नहीं है, लेकिन विंटर ओलंपिक की दो बार मेजबानी करने वाले सेंट मौरिट्ज में आठ और नौ फरवरी को आइस क्रिकेट खेला जाएगा. आयोजको ने दावा किया कि इस प्रतियोगिता को आईसीसी से मान्यता मिली है.

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