सुपर ओवर में छक्का मारते ही नीशाम के बचपन के कोच की सांसें रुकीं

वर्ल्ड कप के सुपर ओवर में न्यूजीलैंड के ऑलराउंडर जिमी नीशाम के छक्का मारने के बाद ऑकलैंड ग्रामर स्कूल के पूर्व शिक्षक और कोच जेम्स गॉर्डन का देहांत हो गया.

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कीवी ऑलराउंडर नीशाम (Twitter) कीवी ऑलराउंडर नीशाम (Twitter)

aajtak.in

  • वेलिंगटन,
  • 18 जुलाई 2019,
  • अपडेटेड 12:37 PM IST

वर्ल्ड कप के सुपर ओवर में न्यूजीलैंड के ऑलराउंडर जिमी नीशाम के छक्का मारने के बाद ऑकलैंड ग्रामर स्कूल के पूर्व शिक्षक और कोच जेम्स गॉर्डन का देहांत हो गया. इंग्लैंड ने 14 जुलाई को हुए फाइनल में न्यूजीलैंड को बाउंड्री के आधार पर मात देकर पहली बार विश्व कप का खिताब जीता.

गॉर्डन की बेटी लियोनी ने कहा कि जैसे ही सुपर ओवर की दूसरी गेंद पर नीशाम ने छक्का मारा उनके पिता की सांसें रुक गईं. 'स्टफ डॉट को डॉट एनजेड' के मुताबिक, लियोनी ने कहा, 'सुपर ओवर के दौरान एक नर्स आई और उन्होंने कहा कि मेरे पिता की सांसें बदल रही हैं. मैं समझती हूं कि नीशाम ने छक्का मारा और मेरे पिता ने आखिरी सांसें लीं.'

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लियोनी ने कहा, 'उनका सेंस ऑफ 'ह्यूमर विचित्र था और वह बहुत दिलचस्प आदमी थे. उन्हें बहुत अच्छा लगा होगा कि नीशाम ने छक्का मारा.'

नीशाम ने गुरुवार को ट्वीट किया, 'डेव गॉर्डन मेरे हाई स्कूल के शिक्षक, कोच और दोस्त. इस खेल का आपका प्यार संक्रामक था, खासकर उनके लिए जिन्हें आपके मार्गदर्शन में खेलने को सौभाग्य प्राप्त हुआ. मैच समाप्त होने तक आपने अपनी सांसें रोके रखीं, आशा है कि आपको गर्व हुआ होगा. आपका धन्यवाद, भगवान आपकी आत्मा को शांति दे.'

लियोनी ने इस बात पर खुशी जाहिर की कि खिलाड़ी ने उनके पिता को श्रद्धांजलि दी. गॉर्डन ने नीशम, लोकी फर्ग्यूसन और कई अन्य खिलाड़ियों को हाई स्कूल के दौरान कोचिंग दी. वह 25 वर्षों तक स्कूल में क्रिकेट और हॉकी के कोच रहे.

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