मुंबई ने उत्तर प्रदेश को हराकर विजय हजारे ट्रॉफी पर कब्जा कर लिया है. दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में रविवार को खेले गए खिताबी मुकाबले में मुंबई ने 6 विकेट से जीत दर्ज की. मुंबई ने 313 रनों के लक्ष्य को 41.3 ओवरों में 4 विकेट खोकर हासिल कर लिया.
मुंबई ने चौथी बार ट्रॉफी पर कब्जा किया है. पहले बल्लेबाजी करते हुए उत्तर प्रदेश ने 50 ओवरों में 312 रन बनाए, जवाब में मुंबई ने आदित्य तारे के शतक की बदौलत लक्ष्य को महज 41.3 ओवर में हासिल कर लिया. आदित्य तारे ने 107 गेंदों पर नाबाद 118 रन बनाए. कप्तान पृथ्वी शॉ ने 39 गेंदों में 73 रनों की पारी खेली. इसके अलावा ऑलराउंडर शिवम दुबे ने 28 गेंदों में 42 रनों की पारी खेली.
उत्तर प्रदेश ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी चुनी. माधव कौशिक ने समर्थ सिंह (55) के साथ पहले विकेट के लिए 122 रन जोड़कर उत्तर प्रदेश को शानदार शुरुआत दिलाई. स्पिनरों ने इसके बाद जल्दी-जल्दी दो विकेट चटकाकर मुंबई को वापसी दिलाई. लेग स्पिनर प्रशांत सोलंकी (71 रन पर एक विकेट) ने तेज गेंद पर समर्थ को एलबीडब्ल्यू किया. समर्थ ने 73 गेंदों का सामना करते हुए चार चौके और तीन छक्के मारे. ऑफ स्पिनर तनुश कोटियान (54 रन पर दो विकेट) ने कप्तान करण शर्मा (0) को विकेटकीपर आदित्य तारे के हाथों कैच कराके उत्तर प्रदेश का स्कोर दो विकेट पर 123 रन किया.
इसके बाद प्रियम गर्ग (21) ने कोटियान की गेंद पर मिड ऑफ पर शिवम दुबे को कैच थमाया. कौशिक ने हालांकि एक छोर संभाले रखा. उन्हें अक्षदीप नाथ (55 रन, चार चौके, तीन छक्के) के रूप में उम्दा जोड़ीदार मिला. दोनों ने चौथे विकेट के लिए 128 रनों की साझेदारी की. कौशिक ने सोलंकी पर छक्के के साथ 125 गेंदों में लिस्ट-ए करियर का अपना पहला शतक पूरा किया. कौशिक ने 158 रनों की नाबाद पारी में 156 गेंदो का सामना किया, जिसमें 15 चौके और चार छक्के शामिल रहे.
माधव कौशिक अब किसी लिस्ट-ए मैच के फाइनल में सर्वाधिक स्कोर बनाने वाले भारतीय बन गए हैं. कौशिक से पहले यह रिकॉर्ड तमिनलाडु के मुरली विजय के नाम था. मुरली ने साल 2012 में चैलेंजर ट्रॉफी के फाइनल में इंडिया-बी के लिए खेलते हुए इंडिया-ए के खिलाफ 155 रनों की पारी खेली थी.
मुंबई ने 4 विकेट खोकर हासिल किया लक्ष्य
313 रनों के जवाब में मुंबई की शुरुआत बेहद शानदार रही. पृथ्वी ने यशस्वी जायसवाल (29 रन) के साथ महज 9.1 ओवरों में 89 रन जोड़कर जीत की नींव रखी. पृथ्वी ने 39 गेंदों में 73 रनों की तूफानी पारी खेली, जिसमें 10 चौके और चार छक्के शामिल रहे. पृथ्वी को शिवम मावी ने आउट कर ओपनिंग साझेदारी को तोड़ा.
इसके बाद यशस्वी भी शिवम शर्मा की गेंद पर चलते बने. आदित्य तारे और शम्स मुलानी (36) ने तीसरे विकेट के लिए 88 रनों की साझेदारी की. तारे ने फिर शिवम दुबे(42) के साथ भी चौथे विकेट के लिए 88 रन जोड़कर टीम की जीत लगभग सुनिश्चित कर दी. आदित्य तारे ने 107 गेंदों पर 118 रनों की नाबाद पारी खेली, जिसमें 18 चौके शामिल रहे. तारे को प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया.
मुंबई की टीम चौथी बार विजय हजारे ट्रॉफी जीतने में सफल रही. इससे पहले उसने 2003-04, 2006-07 और 2018-19 में यह खिताब जीता था. उत्तर प्रदेश की टीम का दूसरी बार खिताब जीतने का सपना टूट गया. यूपी 2004-05 में इस ट्रॉफी की संयुक्त विजेता बनी थी. तमिलनाडु ने सबसे ज्यादा पांच बार विजय हजारे ट्रॉफी का खिताब जीता है.
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