टीम इंडिया के पूर्व कप्तान एमएस धोनी ने भारतीय महिला टीम को इंग्लैंड के खिलाफ वर्ल्ड कप फाइनल मैच से ठीक पहले भारतीय महिला टीम को कुछ टिप्स दिए हैं. जिसमें उन्होंने भारतीय महिला टीम को कहा कि उन्होंने टूर्नामेंट की शुरुआत बहुत बेहतरीन की. टीम इंडिया ने लीग मैचों में अच्छा प्रदर्शन किया, सेमीफाइनल में जगह बनाई और ऑस्ट्रेलिया को हराकर फाइनल में कदम रखा.
धोनी ने आगे कहा, फाइनल मैच का मैं अपना अनुभव शेयर करूंगा कि ''नतीजे के बारे में ज्यादा न सोचे मैदान पर उतरकर अच्छा खेल खेलें. क्योंकि मैच में अच्छी बल्लेबाजी, गेंदबाजी और कुछ अच्छी फील्डिंग मैच के नतीजे में बहुत अंतर पैदा कर देती हैं. इसलिए नतीजे के बारे में ज्यादा नहीं सोचें और अच्छा खेल खेलें.''
फाइनल में भारत का पलड़ा मेजबान इंग्लैंड टीम पर भारी लग रहा है. भारतीय टीम में युवा और अनुभवी खिलाड़ियों का अच्छा तालमेल है जो टीम की बल्लेबाजी, गेंदबाजी और फील्डिंग में दिखाई देता है. भारतीय स्पिनर फॉर्म में चल रहीं जो सीम और स्विंग कंडीशंस में भी बढ़िया प्रदर्शन कर रही हैं.
भारतीय महिला टीम अगर यह मुकाबला जीत जाती है, तो महिला वर्ल्ड कप के 44 साल के इतिहास में वह पहली बार वर्ल्ड चैंपियन बनेगी. इसी के साथ ही टीम इंडिया की कप्तान मिताली राज के पास भारतीय क्रिकेट (महिला और पुरुष) के इतिहास में कपिल देव और महेंद्र सिंह धोनी के बाद वर्ल्ड चैंपियन कप्तान बनने का मौका है. कपिल देव ने भारत को 1983 और महेंद्र सिंह धोनी ने 2011 में वर्ल्ड चैंपियन बनाया था. अगर मिताली टीम इंडिया को चैंपियन बना देती हैं, तो इतिहास के सुनहरे पन्नों में उनका नाम दर्ज हो जाएगा.
केशवानंद धर दुबे