आज वो क्रिकेट की दुनिया का सबसे चमकता सितारा हैं लेकिन कामयाबी के सफर की शुरुआत में विराट कोहली ने भी नहीं सोचा था कि वो इस बुलंदी तक पहुंचेंगे.
नहीं सोचा था बनूंगा कप्तान
पुणे में कोहली ने अपने अब तक के क्रिकेट सफर पर बेबाकी से रोशनी डाली. उनका कहना था कि वो टीम में सिर्फ परफॉर्म करने के इरादे से आए थे और उन्हें उम्मीद नहीं थी कि वो कभी टीम को लीड भी करेंगे.
सचिन की सलाह काम आई
आज दुनिया भले ही उनके बल्ले का लोहा माने, लेकिन बकौल कोहली एक वक्त ऐसा भी था जब लोग उनके स्टाइल से खुश नहीं थे. ऐसे वक्त पर सचिन तेंदुलकर की सलाह उनके काम आई.
कोहली के मुताबिक सचिन ने उन्हें खुद पर भरोसा रखने की नसीहत दी और अपना स्टाइल डेवेलप करने के लिए कहा. विराट कोहली सचिन तेंदुलकर को अपना हीरो मानते हैं.
सबसे यादगार पल
कोहली का कहना था कि 2011 का वर्ल्ड कप जीतने के बाद सीनियर खिलाड़ियों के चेहरे की खुशी उनके अब तक के करियर का सबसे यादगार पल है. अपने सीनियर खिलाड़ियों की अगुवाई करने में वो फख्र महसूस करते हैं.
अतीत के इन यादों के साथ कोहली की नज़र अब आने वाले कल पर भी है. वो मानते हैं कि 2019 के वर्ल्ड कप में टीम की कप्तानी उनके लिए गर्व की बात होगी.
टीम का ‘जोकर’
कप्तानी के दबाव ने भी कोहली के अंदाज को नहीं बदला है. वो खुद मानते हैं कि आज भी ड्रेसिंग रूम में सबसे शैतान और टीम के ‘जोकर’ वही हैं.
कोहली ने दिल के ये राज पुणे के कोरेगांव पार्क इलाके में एक शॉपिंग मॉल के उद्घाटन के मौके पर खोले. उनका इंटरव्यू लेने वाली मशहूर क्रिकेट एंकर और अदाकारा मंदिरा बेदी थीं.
पंकज खेळकर