नकारात्मक क्रिकेट के कई ऐसे उदाहरण हैं, जो हमेशा फैंस को चौंकाते रहे हैं. इसी कड़ी में कैरेबियाई धुरंधर कीरोन पोलार्ड का नाम जुड़ गया है. उनकी यह घटिया हरकत सुर्खियों में है. दरअसल, पोलार्ड ने कैरेबियन प्रीमियर लीग (सीपीएल) में एविन लुईस को रिकॉर्ड तेज शतक बनाने से रोकने के लिए जानबूझकर नोबॉल डाली.
पोलार्ड के उस नोबॉल से सेंट किट्स एंड नेविस पेट्रियट्स को एक्स्ट्रा रन मिला. जिससे वह टीम बारबाडोस ट्राइडेंट्स के विरुद्ध 7 ओवर में ही वह मैच जीत गई. ट्राइडेंट्स ने 9 विकेट पर 128 रन बनाए, जवाब में सेंट किट्स ने 7 ओवर में बिना विकेट खोए टारगेट हासिल कर लिया. लुईस 97 और क्रिस गेल 14 गेंदों पर 22 रन बनाकर नाबाद रहे.
दरअसल, लुईस स्ट्राइक पर थे, माना जा रहा था कि पोलार्ड की गेंद पर बाउंड्री लगाकर टूर्नामेंट का सबसे तेज शतक बनाने का रिकॉर्ड बना लेंगे. लेकिन पोलार्ड ने जानबूझकर नोबॉल कर उस 25 साल के बल्लेबाज को शतक से वंचित कर दिया.
लुईस 32 गेंदों में 6 चौकों और 11 छक्कों की मदद से 97 रन बनाकर नाबाद रहे. लुईस ने 19 गेंदों में फिफ्टी पूरी की, जो सीपीएल की सबसे तेज फिफ्टी है. उन्होंने कॉलिन मुनरो और डैरेन सैमी के 23-23 गेंदों में फिफ्टी के रिकॉर्ड को तोड़ा.
7 साल पहले नोबॉल ने सहवाग का शतक रोका था
2010 में वीरेंद्र सहवाग भी नोबॉल की वजह से शतक से वंचित रहे थे. श्रीलंका के खिलाफ दांबुला में खेले गए ट्राइंगुलर सीरीज के तीसरे मैच के दौरान सहवाग 99 रनों पर पर थे. तब टीम इंडिया को जीत के लिए 1 रन की जरूरत थी. लेकिन सूरज रणदीव ने नोबॉल फेंककर उन्हें शतक से रोक दिया था. हालांकि बाद में रणदीव ने माफी मांग ली थी.171 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत ने 4 विकेट खोकर 34.3 ओवर में मैच जीत लिया था. सहवाग 100 गेंदों में 99 रन बनाकर नाबाद लौटे.
विश्व मोहन मिश्र