भारत की ऐतिहासिक महिला वनडे वर्ल्ड कप जीत की गूंज अब भी ताजा है. ट्रॉफी उठाने के बाद कप्तान हरमनप्रीत कौर ने खुशी के बीच एक गहरी बात कही, 'यह बस शुरुआत है. हम बाधा तोड़ना चाहते थे, अब इसे आदत बनाना है.' यह वाक्य सिर्फ जीत का बयान नहीं, बल्कि आने वाले दौर की दिशा भी तय करता है.
टूर्नामेंट के बीच भारत की स्थिति बेहद मुश्किल थी. लगातार तीन हार के बाद टीम लीग स्टेज से बाहर होने की कगार पर थी. लेकिन वहीं से कहानी बदली- खिलाड़ियों ने हिम्मत दिखाई, आत्मविश्वास वापस पाया. न्यूजीलैंड को हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई, फिर सात बार की चैम्पियन ऑस्ट्रेलिया को हराकर इतिहास रचा.. फाइनल में दक्षिण अफ्रीका को 52 रनों से हराते हुए भारत ने पहली बार वनडे विश्व कप अपने नाम किया.
यह जीत सिर्फ एक खिताब नहीं थी- यह भरोसे, जज़्बे और जेंडर की दीवारों को तोड़ने वाला पल था. भारतीय महिला क्रिकेट की नई सुबह यहीं से शुरू हुई.
वर्ल्ड कप के बाद भारतीय टीम को दो महीने का लंबा ब्रेक मिलेगा. इस दौरान कोई अंतरराष्ट्रीय सीरीज तय नहीं है. खिलाड़ी अब अपनी-अपनी फ्रेंचाइजी टीमों के साथ विमेंस प्रीमियर लीग (WPL) 2026 में खेलती दिखेंगी, जो जनवरी के शुरुआती हफ्तों में शुरू होने की उम्मीद है.
इसके बाद भारत का अगला बड़ा दौरा होगा. ऑस्ट्रेलिया, जहां फरवरी में तीन टी20 और तीन वनडे मैच खेले जाएंगे, साथ ही पर्थ में एक डे-नाइट टेस्ट भी होगा. यह वही टीम है जिससे भारत ने वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी- लिहाजा ऑस्ट्रेलिया के पास बदला लेने का मौका होगा और भारत के पास अपनी प्रभुत्व को पक्का करने का.
भारत महिला टीम का अगला शेड्यूल
ऑस्ट्रेलिया दौरा (फरवरी-मार्च 2026)
1st T20I – सिडनी, 15 फरवरी
2nd T20I – कैनबरा, 19 फरवरी
3rd T20I – एडिलेड, 21 फरवरी
1st ODI – ब्रिस्बेन, 24 फरवरी
2nd ODI – होबार्ट, 27 फरवरी
3rd ODI – होबार्ट, 1 मार्च
एकमात्र टेस्ट (डे/नाइट) – पर्थ, 6-9 मार्च
इंग्लैंड दौरा (मई-जुलाई 2026)
1st T20I – चेम्सफोर्ड, 28 मई
2nd T20I – ब्रिस्टल, 30 मई
3rd T20I – टॉंटन, 2 जून
एकमात्र टेस्ट – लॉर्ड्स, 10-13 जुलाई
इसके बीच जून में आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप (इंग्लैंड) खेला जाएगा. यह भारत की अगली बड़ी परीक्षा होगी- एक नई विरासत गढ़ने का मौका.
नया दौर, नई पहचान
हरमनप्रीत और उनकी टीम के लिए यह जीत मंजिल नहीं, बल्कि शुरुआत है. भारत ने जो इतिहास रचा है, अब चुनौती उसे बरकरार रखने की है, ताकि आने वाली पीढ़ियां इस नींव पर और ऊंचा निर्माण कर सकें.
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