जसप्रीत बुमराह के मारक यॉर्कर टीम इंडिया के लिए बड़ा हथियार साबित होते हैं, लेकिन यह तेज गेंदबाज जरूरत पड़ने पर छक्के भी जड़ सकता है. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मोहाली वनडे में उन्होंने पारी की आखिरी गेंद पर छक्का जड़कर न सिर्फ फैंस का मन मोह लिया, बल्कि कप्तान विराट कहली को भी झूमने पर मजबूर कर दिया.
दरअसल, पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने 358/9 रनों का पहाड़ खड़ा किया. पारी का आखिरी ओवर फेंक रहे स्टार कंगारू गेंदबाज पैट कमिंस को बुमराह ने ऐसा मजा चखाया कि वह इसे कभी याद नहीं करना चाहेंगे. 25 साल के बुमराह ने पारी की आखिरी गेंद पर मिडविकेट के ऊपर से छक्का जड़ दिया.
बुमराह ने जैसे ही छक्का जड़ा, ड्रेसिंग रूम में मौजूद कोहली की खुशी देखते ही बनी. बुमराह के हैरतअंगेज छक्के पर वह भी उछल पड़े. 11वें नंबर के पुछल्ले बल्लेबाज के 600 के स्ट्राइक रेट से फैंस दंग रह गए. यानी बुमराह ने एक गेंद का सामना किया और छक्के के साथ नाबाद 6 रन बनाकर लौटे. कुलदीप यादव के साथ पवेलियन लौट रहे बुमराह का मोहाली के दर्शकों ने गर्मजोशी के साथ स्वागत किया.
अब रिकॉर्ड की बात करें. वनडे इंटरनेशनल में 11वें नंबर पर उतरकर पारी की आखिरी गेंद पर छक्का जड़ने वाले बुमराह महज दूसरे भारतीय खिलाड़ी है. इससे पहले साल 2000 में 11वें नंबर के बल्लेबाज वेंकटेश प्रसाद ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पारी की आखिरी गेंद पर छक्का जड़ा था.
बुमराह ने भारत के लिए पहला छक्का अपने 100वें इंटनरनेशनल मैच में लगाया. ईशांत शर्मा एकमात्र भारतीय खिलाड़ी हैं, जिन्होंने सौ से ज्यादा (184) इंटरनेशल मैच खेलकर भी छक्का नहीं लगाया है.
aajtak.in