CWC 2019: हार से बौखलाए शोएब अख्तर, कहा- दसवीं के बच्चे जैसा है सरफराज

पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने वर्ल्ड कप-2019 में भारत से मिली करारी शिकस्त के लिए टीम मैनेजमेंट और कप्तान को जिम्मेदार ठहराया है.

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टीके श्रीवास्तव

  • नई दिल्ली ,
  • 17 जून 2019,
  • अपडेटेड 1:48 PM IST

टीम इंडिया ने अपने चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के खिलाफ आईसीसी वर्ल्ड कप में अजेय क्रम बरकरार रखा है. भारत ने रविवार को मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रेफर्ड मैदान पर पाकिस्तान को 89 रनों से करारी शिकस्त दी. इस हार से पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर काफी गुस्से में हैं. 'रावलपिंडी एक्सप्रेस' के नाम से मशहूर रहे शोएब ने कप्तान सरफराज अहमद को भारत के खिलाफ हार के लिए जिम्मेदार ठहराया है.

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10 के स्टूडेंट्स जैसा है कप्तान

शोएब अख्तर ने यू-ट्यूब पर कहा कि सरफराज ने बिना दिमाग के कप्तानी की. हमारी मैनेजमेंट बेवकूफ है और कप्तान उसका मामू बना हुआ है. ये कप्तान ऐसा है जैसे 10वीं के स्टूडेंट्स होते हैं, जो मैनेजमेंट ने कह दिया, बस वही करना है. शोएब अख्तर ने कहा कि प्रधानमंत्री इमरान खान ने मैच को लेकर इतने ट्वीट किए, लेकिन बिना दिमाग के कप्तान को कुछ समझ में नहीं आया. वैसे इमरान खान को वैसे लोगों के लिए ट्वीट करना चाहिए था, जिनमें कैपिसिटी हो. इस टीम में कैपेसिटी ही नहीं है.

सोचा कप्तान में थोड़ा इमरान खान डाल दूं

शोएब ने कहा कि इस मुकाबले में टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला बिना दिमाग वाला कप्तान ही करता. सरफराज को यही पता नहीं था कि उनकी टीम स्ट्रेंथ क्या है. पाकिस्तान बॉलिंग की बदौलत मैच निकाल सकता था. अगर पाकिस्तान की टीम पहले बैटिंग करती तो गेंदबाजों पर दबाव कम होता, लेकिन ब्रेनलेस कप्तान और मैनेजमेंट मैच हारने की नीयत से खेल रहे थे. शोएब अख्तर ने कहा 'मैं सोच रहा था कि इस ब्रेनलेस कप्तान में थोड़ा इमरान खान डाल दूं, लेकिन देर हो चुकी थी.'

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वाघा बॉर्डर पर छलांग लगाने से अच्छा था मैच में लगाते

शोएब अख्तर ने कहा कि बॉलिंग में हसन अली ने सबसे घटिया गेंदबाजी की. उन्होंने कहा कि वह वाघा बॉर्डर पर लंबी-लंबी छलांगें लगाता है, लेकिन मैच में शॉट पिच गेंदें फेंक रहा था. वह अगर अपने को बड़ा गेंदबाज तब समझता जब विकट निकालता. उन्होंने कहा कि हसन अली अपने को टी-20 फॉर्मेंट का खिलाड़ी समझता है. पीएसएल (पाकिस्तान सुपर लीग) खेलकर ही वह खुश है. बॉलिंग में ना पेस है और ना स्विंग.

लक्ष्य हासिल करना हमारे इतिहास में नहीं

शोएब अख्तर ने कहा कि लक्ष्य हासिल करना हमारे इतिहास में नहीं रहा है. 1999 वर्ल्ड कप में भी हमारे पास दिग्गज बल्लेबाज थे, लेकिन भारत के खिलाफ हम 227 रन तक नहीं हासिल कर पाए. अगर मैनचेस्टर के मुकाबले में पाकिस्तान पहले बैटिंग करके 270 रन भी बनाता तो भारत उसे नहीं हासिल कर पाता, लेकिन बिना दिमाग की कप्तान का खामियाजा हमें भुगतना पड़ा.

वर्ल्ड कप नहीं चैम्पियंस ट्रॉफी वाला मैच था  

शोएब अख्तर ने कहा दरअसल, ये मुकाबला चैम्पियंस ट्रॉफी वाला था. इस मैच में जो गलती भारत ने की थी, वही गलती पाकिस्तान ने इस वर्ल्ड कप में की. चैम्पियंस ट्रॉफी में विराट कोहली ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया और पाकिस्तान ने 339 रनों का लक्ष्य खड़ा कर दिया. जवाब में टीम इंडिया टारगेट नहीं अचीव कर पाई. इस वर्ल्ड कप में सरफराज ने भी वही गलती की. टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी की और भारत ने 337 रनों का टारगेट दे दिया, जिसे पाक टीम हासिल नहीं कर पाई.

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