Bazball Game, IND vs ENG Test: भारत दौरे पर आई इंग्लैंड टीम ने धांसू अंदाज में आगाज किया. बेन स्टोक्स की कप्तानी में इंग्लैंड टीम ने 5 मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला 4 दिन में ही 28 रनों से जीत लिया. यह मैच हैदराबाद में 25 जनवरी से खेला गया था. जब से बेन स्टोक्स ने कप्तानी और कोचिंग की कमान ब्रेंडन मैक्कलुम ने संभाली है, तब से इंग्लैंड टीम अपने बैजबॉल गेम के लिए पहचानी जाती है.
इंग्लैंड ने इसी गेम के बदौलत पाकिस्तान को भी उसी के घर में 3-0 से क्लीन स्वीप किया था. मगर भारत में उसका बैजबॉल गेम काम नहीं आया. दरअसल, हैदराबाद टेस्ट में इंग्लैंड टीम शुरुआत से ही पीछे चल रही थी. उसने दूसरी पारी में भी 163 रनों पर 5 विकेट गंवा दिए थे.
दूसरी पारी में ओली पोप ने टीम को संभाला
उसके बाद ओली पोप ने बाकी बल्लेबाजों के साथ छोटी-छोटी पार्टनरशिप करते हुए इंग्लैंड को 420 के बड़े स्कोर तक पहुंचाया. साथ ही पोप ने 196 रनों की पारी खेली. यदि पोप की यह पारी नहीं आती, तो इंग्लैंड के हाथ से यह मुकाबला निकल ही गया था. ऐसे में जीत के बावजूद इंग्लैंड टीम का बैजबॉल गेम ट्रोलर्स के निशाने पर आ गया है. एक यूजर ने लिखा कि बैजबॉल गेम भारत में काम नहीं आता है.
हालांकि कुछ यूजर्स का मानना है कि इंग्लैंड का बैजबॉल गेम ही काम आया है. तभी तो पहली पारी में बेन स्टोक्स ने 70 रनों की पारी खेलकर टीम का स्कोर 246 तक पहुंचाया. जबकि दूसरी पारी में ओली पोप ने 420 तक पहुंचाया. मगर सही मानने में देखा जाए तो हैदराबाद में इंग्लैंड टीम अपना बैजबॉल गेम नहीं खेल सकी.
दोनों पारियों में बेहद खराब रनरेट रहा
बता दें कि बैजबॉल गेम मतलब अटैकिंग बल्लेबाजी करना है. जब भी इंग्लैंड टीम ने बैजबॉल गेम खेला है, तब उनका रनरेट 5 या 6 के भी पार चला जाता है. मगर भारत के खिलाफ हैदराबाद टेस्ट में स्पिनर्स के खिलाफ ऐसा देखने को नहीं मिला है.
पहली पारी में इंग्लैंड का रनरेट 3.81 का रहा था, जो बैजबॉल के लिहाज से बेहद खराब है. जबकि दूसरी पारी में रन रेट 4.11 का रहा. यह थोड़ा बेहतर था, मगर बैजबॉल के लिहाज से अच्छा नहीं कह सकते. ऐसे में फैन्स का इंग्लैंड को ट्रोल करना गलत भी नहीं है.
हार से नहीं डरते हैं कप्तान बेन स्टोक्स
जबकि बेन स्टोक्स भी अपने बयान में कई बार कह चुके हैं कि वो टीम के लिए बैजबॉल गेम हर हाल में जारी रखना चाहते हैं. चाहे नतीजा जो भी हो, उन्हें फर्क नहीं पड़ता है. हैदराबाद टेस्ट जीतने के बाद भी स्टोक्स ने कहा कि वो जब भी किसी सीरीज में बतौर कप्तान उतरते हैं तो हार से बिल्कुल भी नहीं डरते हैं. बल्कि वो टीम में शामिल हर प्लेयर को अच्छे प्रदर्शन के लिए प्रोत्साहित करते रहते हैं.
aajtak.in