भारत-पाकिस्तान के बीच 14 सितंबर को होने वाले एशिया कप के मुकाबले में प्लेइंग 11 बदलेगी या नहीं, यह एक बड़ा सवाल रहेगा. क्योंकि UAE के खिलाफ मुकाबले में भारतीय टीम ने टी20 क्रिकेट में टीम इंडिया की ओर से 99 विकेट लेने वाले अर्शदीप सिंह को बाहर रखा था. ऐसे में सवाल उठे कि क्या अर्शदीप सिंह फिट हैं, या वो गौतम गंभीर की 8 बैटर थ्योरी के कारण टीम में फिट नहीं बैठ रहे हैं? या भारतीय टीम UAE की स्पिन फ्रेंडली पिचों पर तेज गेंदबाजों पर ज्यादा विश्वास करने से बच रहा है.
अर्शदीप सिंह को आखिरी बार टी20 इंटरनेशनल में खेलने को मौका मिला था 31 जनवरी 2025 को मिला था, यानी पूरे 223 दिन पहले. उसके बाद भारतीय टीम ने एक और मैच मुंबई में खेला था. इसके बाद टीम एशिया कप के लिए UAE रवाना हुई.
अर्शदीप सिंह T20 इंटरनेशनल में भारत की ओर से सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं. उन्होंने 63 मैचों में कुल 99 विकेट झटके हैं और T20 में 100 विकेट का आंकड़ा पूरा करने से बस एक विकेट दूर हैं.
फिर भी चौकाने वाली बात ये रही कि उन्हें Asia Cup के UAE के खिलाफ मैच में प्लेइंग XI में शामिल नहीं किया गया. इसके बजाय टीम मैनेजमेंट ने तीसरे स्पेशलिस्ट स्पिनर वरुण चक्रवर्ती को मौका दिया.
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अब सवाल उठ रहा है, क्या ये कोई चोट (निगल) की वजह है या फिर टीम मैनेजमेंट का सोचा-समझा फार्मूला है, जिसमें बैटिंग लाइनअप को मजबूत करने के लिए तीसरे स्पिनर को शामिल किया गया? भारतीय टीम लंबे अर्से से 8वें नंबर तक बल्लेबाजी करने वाले खिलाड़ियों को उतारती रही है, जिसके गौतम गंभीर हिमायती रहे हैं.
अर्शदीप इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में भी बेंच पर बैठे, हालांकि चौथे टेस्ट में वह वह फिंगर इंजरी के कारण बाहर रहे थे.
अर्शदीप सिंह ने एशिया कप से पहले उनका एकमात्र मैच नॉर्थ जोन के लिए दलीप ट्रॉफी में सेंट्रल जोन के खिलाफ खेला था. जहां वो कुछ खास काम नहीं कर सके थे.
UAE पहुंचने पर अर्शदीप सिंह ने क्या किया?
ICC अकादमी में UAE के खिलाफ मैच से पहले अर्शदीप ने नेट सेशन में ज्यादतार समय फिटनेस कोच एड्रियन ले रूक्स (Adrian Le Roux) के साथ बिताया. वहीं अर्शदीप ने गेंदबाजी करने की बजाय बैटिंग पर ध्यान दिया और मोर्ने मोर्कल की निगरानी में तेज स्प्रिंट्स, स्ट्राइड्स, और अन्य फिटनेस ड्रिल्स किए. उन्होंने करीब एक घंटे तक शॉर्ट स्प्रिंट्स, स्प्रिंट रिपीट्स और स्ट्राइड्स किए. ऐसे में यह लग रहा था कि मानो वो किसी 'रिटर्न टू प्ले' फिटनेस ड्रिल पर काम कर रहे हों.
अर्शदीप के ना खेलनी की असली कहानी समझें
वैसे अर्शदीप वाला मामला अगर यह पूरी तरह से फिटनेस संबंधित मामला होता, तो फिजियो कमलेश जैन भी वहां मौजूद होते और सेशन की मॉनिटरिंग करते, लेकिन ऐसा नहीं हुआ.
एक सूत्र ने PTI से नाम न छापने की शर्त पर कहा, अर्शदीप एक एनर्जी का पावरहाउस हैं. वह ट्रेनिंग के मामले में बहुत गंभीर हैं, उनके रूटीन पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत नहीं. अभी हाल ही में उन्होंने NCA में Bronco Test (Sprint Repeats) भी अच्छा किया है.
अब बड़ा सवाल... क्या टी20 वर्ल्ड कप में खेलेंगे अर्शदीप
एशिया कप 2025 में यूएई के खिलाफ टीम से बाहर बैठाए जाने के बाद अब एक बड़ा सवाल उठ रहा है कि क्या अर्शदीप सिंह (Arshdeep Singh) टी20 वर्ल्ड कप 2026 में भी अपनी जगह खो सकते हैं? यह वर्ल्ड कप इस बार भारत और श्रीलंका में खेला जाएगा, सब-कॉन्टिनेंट की धीमी पिचें जहां स्पिनर्स को अहमियत दी जाती है
कोच गौतम गंभीर का फोकस हमेशा से रहा है, बल्लेबाजी को नंबर 8 तक मजबूत बनाना और पिच को ध्यान में रखते हुए कम से कम तीन फ्रंटनलाइन स्पिनर्स को टीम में जगह देना... यह रणनीति चैम्पियंस ट्रॉफी में बहुत शानदार साबित हो चुकी है, जब भारत ने दुबई में फाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ चार स्पिनरों अक्षर पटेल, रवींद्र जडेजा, कुलदीप यादव और वरुण चक्रवर्ती का इस्तेमाल किया था.
खास बात यह है कि ज्यादातर एशियाई बल्लेबाजों को कुलदीप यादव और वरुण चक्रवर्ती की स्पिन पढ़ने में परेशानी आती है. वहीं नंबर 8 पर अक्षर पटेल की बैटिंग कई बार निर्णायक साबित होती है. इसलिए टीम प्रबंधन के लिए यह एक रणनीतिक मजबूरी बन गई है, जिससे अर्शदीप के लिए दरवाजा बंद होता जा रहा है. सिर्फ पाकिस्तान जैसे बड़े मुकाबले में ही गौतम गंभीर कोई अपवाद बना सकते हैं।
ध्यान रहे पहले 50-ओवर मुकाबले में भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ हार्दिक पंड्या को ऑलराउंडर के तौर पर सपोर्ट में उतारा थ. लेकिन बुमराह उस टूर्नामेंट में नहीं खेले थे. इसी तरह इंग्लैंड के खिलाफ पहले हुए T20 सीरीज में भी अर्शदीप सिंह को खेलने का मौका मिला था, क्योंकि बुमराह नहीं थे.
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