Commonwealth Games 2022: 'मुख्यमंत्री जी, न इनाम मिला, न मदद', केजरीवाल से मेडल विजेता रेसलर की शिकायत

रेसलर दिव्या काकरान ने कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में शानदार प्रदर्शन करते हुए ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया है. मेडल जीतने के बाद दिव्या काकरान ने अपना दर्द बयां किया है. दिव्या काकरान का कहना है कि काफी सालों से उन्हें केवल आश्वासन दिया गया लेकिन अबतक दिल्ली सरकार से उन्हें इनामी राशि या कोई मदद नहीं मिली है.

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दिव्या काकरान दिव्या काकरान

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 07 अगस्त 2022,
  • अपडेटेड 8:59 PM IST
  • रेसलर दिव्या काकरान का छलका दर्द
  • अरविंद केजरीवाल से की खास अपील

कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में भारतीय पहलवानों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 6 गोल्ड समेत 12 मेडल हासिल किए. इस दौरान महिला पहलवान दिव्या काकरान भी ब्रॉन्ज मेडल जीतने में सफल रहीं. 23 साल की दिव्या काकरान ने ब्रॉन्ज मेडल मुकाबले में टोंगा की टाइगर लिली कॉकर लेमालियर को 30 सेकेंड में ही चित कर दिया.

दिव्या काकरान को 68 किग्रा फ्रीस्टाइल के क्वार्टरफाइनल में नाइजीरिया की ब्लेसिंग ओबोरूडुडू से तकनीकी श्रेष्ठता (0-11) के आधार पर हार का सामना करना पड़ा था. बाद में ब्लेसिंग ओबोरूडुडू ने फाइनल में जगह बना लिया जिसके चलते दिव्या को रेपचेज खेलने का मौका मिला, जिसमें उन्होंने लगातार दो मैच जीतकर ब्रॉन्ज मेडल पर कब्जा जमाया. दिव्या काकरान को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी बधाई दी थी.

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अब दिव्या काकरान ने अरविंद केजरीवाल के बधाई पर प्रतिक्रिया देते हुए अपना दर्द बयां किया है. दिव्या ने ट्वीट किया, 'मेडल की बधाई देने पर दिल्ली के माननीय मुख्यमंत्री जी को तहेदिल से धन्यवाद. मेरा आपसे एक निवेदन है कि मैं पिछले 20 साल से दिल्ली मे रह रही हूं और यहीं अपने खेल कुश्ती का अभ्यास कर रही हू परंतु अब तक मुझे राज्य सरकार से किसी तरह की कोई इनाम राशि नही दी गई और कोई मदद नहीं दी गई.'

दिव्या ने आगे कहा, 'मैं आपसे इतना निवेदन करती हूं कि जिस तरह आप अन्य खिलाड़ियों को सम्मानित करते हैं जो दिल्ली के होकरभी किसी ओर स्टेट से भी खेलते है, उसी तरह मुझे भी सम्मानित किया जाए.'

ये पहली बार नहीं है जब दिव्या काकरान ने अरविंद केजरीवाल से अपनी शिकायत की हो. साल 2018 में एशियन गेम्स में जब दिव्या काकरान ब्रॉन्ज मेडल लेकर आई थीं तब भी उन्होंने सार्वजनिक तौर पर अपना दर्द जाहिर किया था. तब उन्होंने कहा था, 'मैंने 19 साल की उम्र में देश को गोल्ड मेडल दिलाया और लगातार दिल्ली को 12 मेडल दिए. आपने कहा था कि मुझे भविष्य में मदद मिलेगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ.'

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